राजस्थान के सवाई माधोपुर से एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक टाइगर माता मंदिर की मुंडेर पर बैठा दहाड़ता नजर आ रहा है। नवरात्रि शुरू होने से करीब 10 दिन पहले टाइगर के मंदिर में आने को स्थानीय लोग शुभ संकेत मान रहे हैं। आमतौर पर टाइगर को देखकर भागने वाले लोग इस बार बिना डरे रुके और इस दुर्लभ नजारे को अपने कैमरों में कैद कर लिया।
कुछ देर रुककर जंगल की ओर लौटा बाघ
यह मंदिर सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर रोड पर स्थित है, जहां 21 मार्च को टाइगर दिखाई दिया। माता मंदिर की मुंडेर पर बैठे टाइगर को देखकर लोग रोमांचित हो उठे। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि टाइगर मंदिर की मुंडेर के पास रखी एक प्रतिमा के ऊपर बैठा है। कुछ देर तक दहाड़ने और सुस्ताने के बाद वह वापस जंगल की ओर लौट गया।
रणथंभौर में दिखा बाघिन सुल्ताना का नर शावक
रणथंभौर के रेंजर रामखिलाड़ी मीना के अनुसार, सिंहद्वार के पास स्थित माता मंदिर की मुंडेर पर एक बाघ बैठा नजर आया। यह बाघ कुछ देर तक मंदिर की दीवार पर सुस्ताता रहा और फिर जंगल की ओर लौट गया। वनाधिकारियों के मुताबिक, यह बाघ रणथंभौर की प्रसिद्ध बाघिन सुल्ताना (टी-107) का नर शावक है।
कब है चैत्र नवरात्रि 2025?
पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्रि हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होती है। साल 2025 में यह 30 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगी। खास बात यह है कि इसी दिन से हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत मानी जाती है। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि में मां दुर्गा की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन के संकट दूर हो जाते हैं।