एलोपैथी Vs आयुर्वेद: माफी मांगने के बाद बाबा रामदेव ने पूछे 25 सवाल, कहा- एलोपैथी के पास माइग्रेन-एसिडिटी का भी स्थाई इलाज नहीं

By: Pinki Mon, 24 May 2021 10:08:54

एलोपैथी Vs आयुर्वेद: माफी मांगने के बाद बाबा रामदेव ने पूछे 25 सवाल, कहा- एलोपैथी के पास माइग्रेन-एसिडिटी का भी स्थाई इलाज नहीं

डॉक्टरों और एलोपैथिक चिकित्सा को लेकर उठा विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन के पत्र लिखने के बाद बाबा रामदेव ने डॉक्टरों को लेकर दिए गए अपने बयान पर माफी तो मांग ली लेकिन आज योगगुरु के एक ट्वीट ने मामले को फिर हवा दी है। स्वामी रामदेव ने कुछ देर पहले एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने डॉक्टरों के संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और दवा कंपनियों से 25 सवाल पूछे हैं। उन्होंने हाइपरटेंशन, टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज जैसे कई बीमारियों के स्थाई समाधान के बारे में सवाल पूछा है।

स्वामी रामदेव ने अपने 25 सवालों की लिस्ट में डॉक्टरों और दवा कंपनियों से थायरायड, ऑर्थराइटिस, कोलाइटिस, अस्थमा और हेपेटाइटिस जैसे बीमारियों के लिए दवाओं के बारे में सवाल पूछा है। साथ ही उन्होंने पूछा है कि एलोपैथी को शुरू हुए 200 साल हो जाने के बाद जिस तरह टीबी और चेचक जैसी बीमारियों के स्थाई समाधान ढूंढ लिए गए, उसी तरह लिवर संबंधी रोग के उपाय क्यों नहीं ढूंढे जा सके।

बाबा रामदेव ने दवा कंपनियों से पूछा है कि आंखों का चश्मा उतारने और हीयरिंग एड हट जाने का निर्दोष इलाज हो तो बताएं।

बाबा रामदेव ने अपने ट्वीट में कई ऐसी गंभीर बीमारियों के बारे में IMA और दवा कंपनियों से सवाल पूछा है, जिनका अभी तक स्थाई और निर्दोष इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। उन्होंने अपने सवालों की लिस्ट में पायरिया, माइग्रेन, कोलेस्ट्रॉल ट्राइग्लिसराइड्स, सोरायसिस, पार्किंसन, अनिद्रा, एसिडिटी जैसे तमाम रोगों के नाम गिनाए हैं और दावा भी किया है कि एलोपैथी के पास इन सभी बिमारिओं का स्थाई इलाज नहीं है।

ये भी पढ़े :

# राजस्थान : युवाओं के वैक्सीनेशन पर मंडराने लगा संकट, नया स्टॉक नहीं आया तो 26 मई से टीकाकरण बंद!

# वैक्सीन निर्माता कंपनी मॉडर्ना के सीईओ का बड़ा बयान, कोरोना के नए वैरिएंट से बचने के लिए तीसरी खुराक जरूरी

# कोरोना के मुश्किल दौर में नर्स ने दिखाई सकारात्मकता, नौकरी छोड़ लावारिसों का कर रही अंतिम संस्कार

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com