अमरावती की पूर्व सांसद नवनीत राणा ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से आग्रह करते हुए कहा, "जिस तरह औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर रखा गया, उसी तरह जल्द से जल्द औरंगजेब की कब्र को हटाया जाए। जिसे वह कब्र प्यारी हो, वह इसे अपने घर में सजा ले।"
नवनीत राणा ने और क्या कहा?
नवनीत राणा ने एक विधायक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कल एक विधायक ने महाराष्ट्र में कहा कि औरंगजेब ने एक राजा के रूप में बहुत अच्छी सेवा की और अच्छा प्रशासन दिया। मैं उन्हें याद दिलाना चाहती हूं कि जिस महाराष्ट्र में आप विधायक हैं, वहां केवल दो ही राजा थे – छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज।" उन्होंने आगे कहा, "तुम्हारे बाप औरंगजेब ने हमारे संभाजी महाराज पर अत्याचार किए। हम लोगों ने तो इतिहास पढ़ा है, लेकिन जिन्होंने नहीं पढ़ा, वे जाकर ‘छावा’ फिल्म देखें और सच्चाई जानें।" नवनीत राणा ने अपनी मांग दोहराते हुए कहा, "मैं महाराष्ट्र सरकार से अपील करती हूं कि जिस तरह औरंगाबाद का नाम बदला गया, उसी तरह औरंगजेब की कब्र को भी हटाया जाए। जिसे वह कब्र प्रिय हो, वह इसे अपने घर ले जाकर सजा ले।"
अबू आजमी ने क्या कहा?
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी ने हाल ही में औरंगजेब को लेकर बयान दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया। सोमवार को अपने बयान में उन्होंने कहा, "गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब कोई क्रूर शासक नहीं थे, उन्होंने कई मंदिर बनवाए।"
उन्होंने आगे कहा, "बनारस में जब एक पंडित की बेटी के साथ उसके सिपहसालार ने बदतमीजी करने की कोशिश की, तो औरंगजेब ने उस सिपहसालार को दो हाथियों के बीच बंधवाकर मरवा डाला। बाद में उन पंडितों ने औरंगजेब के लिए एक मस्जिद बनाकर भेंट की।"
अबू आजमी ने यह भी दावा किया कि "औरंगजेब एक अच्छे प्रशासक थे। जो उन्होंने किया, वह सही किया। अगर कोई और राजा होता, तो वह भी वही करता।"
इतना ही नहीं, उन्होंने कहा, "औरंगजेब के शासन के दौरान भारत की जीडीपी 24% थी और देश 'सोने की चिड़िया' था। इतिहास में कई गलत चीजें बताई गई हैं।"