जयपुर। वनरक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एसओजी ने उदयपुर के तीन कांस्टेबल और एक महिला को गिरफ्तार किया है। इन पुलिसकर्मियों ने लीक पेपर अभ्यर्थियों को पढ़वाने और उसके बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाने में मदद की थी।
अभ्यर्थियों को इकठ्ठा करने में भी पुलिसकर्मियों ने अहम भूमिका निभाई थी। इनकी भूमिका सामने आने के बाद एसओजी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2020 के पेपर लीक मामले में कांस्टेबल भींयाराम, कांस्टेबल देवाराम और कांस्टेबल कमलेश कुमार के साथ ही उदयपुर निवासी शारदा को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ जारी है।
डबोक थाने और पुलिस लाइन में है पोस्टिंग
उन्होंने बताया भींयाराम बाड़मेर के अरटवाव का निवासी है और उदयपुर के डबोक थाने में तैनात है। देवाराम जालौर के करड़ा का निवासी है और उदयपुर पुलिस लाइन में तैनात है। जबकि कमलेश जालौर के मीरपुर का रहने वाला है और उदयपुर पुलिस लाइन में तैनात है। बता दें कि वनरक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर बांसवाड़ा के राजतलाब थाने में इस साल मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच के दौरान सामने आया कि उदयपुर पुलिस लाइन के पास स्थित पेपर लीक गिरोह के बदमाश सांवलराम के किराए के घर पर अभ्यर्थियों को इकठ्ठा कर उन्हें वनरक्षक भर्ती परीक्षा का लीक पेपर पढ़वाया गया था।
पुलिस लाइन के पीछे कॉलोनी में पढ़ाया पेपर
प्रारंभिक तौर पर पूछताछ में सामने आया है कि कंवरराम उदयपुर में पुलिस लाइन के पीछे कॉलोनी में सांवलराम के मकान में किराए पर रहता था। जहां लीक पेपर अभ्यर्थियों को पढ़ाया गया। इसके बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया गया। इस पूरे प्रकरण में डबोक थाने के कांस्टेबल भींयाराम और उदयपुर पुलिस लाइन के कांस्टेबल देवाराम और कमलेश की भूमिका सामने आने के बाद बुधवार को उन्हें गिरफ्तार किया गया है। जबकि उदयपुर की महिला शारदा को भी एसओजी ने इस मामले में गिरफ्तार किया है।
पेपर पढ़ाकर परीक्षा केंद्रों पर छोड़ा
पुलिस लाइन के पीछे किराए के कमरे में लीक पेपर पढ़ाने के बाद अभ्यर्थियों को उदयपुर में उनके परीक्षा केंद्रों पर छोड़ा गया। इस मामले में मुख्य आरोपी सहित तीन अन्य आरोपियों को एसओजी पहले गिरफ्तार कर चुकी है। अब कांस्टेबल भींयाराम, देवाराम और कमलेश व उदयपुर निवासी महिला शारदा को गिरफ्तार किया गया है। अब एसओजी गिरफ्तार सभी आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। इस दौरान पेपर लीक से जुड़े कई अहम खुलासे होने की संभावना है।
इंदौर से पकड़ा था मुख्य आरोपी को
एडीजी वीके सिंह ने बताया कि वनरक्षक भर्ती पेपर लीक गिरोह के सरगना हरीश उर्फ हीराराम सारण को इंदौर से पकड़ा गया था। उस पर 25 हजार रुपए का इनाम था। उससे पूछताछ में नाम सामने आने के बाद बाड़मेर के बांटा निवासी कंवरराम, बांटों की ढाणी (बाड़मेर) निवासी सांवलराम और जालोर के पूनासा निवासी रमेश कुमार जाणी को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपी 20 मार्च तक एसओजी की रिमांड पर चल रहे हैं।