राजस्थान में सरकारी नौकरी का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। यह ठग खुद को IAS अधिकारी बताकर महंगे होटलों में इंटरव्यू आयोजित करता और युवाओं से मोटी रकम ऐंठता था। मामले में पहले ही दो आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके थे, जबकि अब मास्टरमाइंड को भी हिरासत में लिया गया है।
'स्पेशल-26' की तर्ज पर रची गई थी साजिश
पूरी ठगी की योजना अक्षय कुमार की फिल्म ‘स्पेशल-26’ की तरह बनाई गई थी। ठग फर्जी IAS अधिकारी बनकर बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसाता, उन्हें महंगे होटलों में बुलाकर इंटरव्यू आयोजित करता और फर्जी जॉइनिंग लेटर देकर पैसे वसूलता। गिरोह के एक सदस्य को डॉक्टर बनाया गया था, जो जॉइनिंग से पहले मेडिकल प्रक्रिया का नाटक करता था।
ठगी में 6 लोग शामिल थे
गिरफ्तार मास्टरमाइंड समेत इस ठगी में कुल 6 लोग शामिल थे, जिनकी भूमिकाएं पहले से तय थीं। गिरोह का सरगना फर्जी IAS अधिकारी बनकर युवाओं और उनके परिवारों को प्रभावित करता था। कुछ सदस्य फर्जी पीए और बिचौलियों की भूमिका निभाते, जो नौकरी के लिए पैसों की डील फाइनल करते थे। एक सदस्य मेडिकल जांच अधिकारी बनकर भर्ती प्रक्रिया को असली जैसा दिखाने का काम करता था, जबकि कुछ लोग फर्जी जॉइनिंग लेटर तैयार करने में शामिल थे, जिससे पीड़ितों को किसी तरह का शक न हो।
गिरोह के खिलाफ पहला मामला 2 जुलाई 2023 को दर्ज हुआ था, जब सेना से रिटायर्ड मानसिंह नामक व्यक्ति ने मुरलीपुरा थाने में शिकायत की। उनके छोटे भाई, जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे थे, की मुलाकात बगरू के पूर्व पार्षद अनिल कुमार मीणा से हुई। अनिल ने बताया कि उसके परिचित अभिषेक शर्मा की बड़े अधिकारियों से सीधी सेटिंग है और वह 58 सरकारी पदों की भर्ती को नियंत्रित कर रहा है। इस झांसे में आकर पीड़ितों से बड़ी रकम वसूली गई।
20 मार्च को मास्टरमाइंड गिरफ्तार
जब पीड़ितों को तय समय पर जॉइनिंग नहीं मिली और उन्होंने दबाव बनाना शुरू किया, तो ठगों ने बहाने बनाकर उन्हें टालने की कोशिश की। लगातार टालमटोल से पीड़ितों को शक हुआ, और जब उन्होंने गहराई से जांच की, तो फर्जी IAS अधिकारी और पूरी भर्ती प्रक्रिया की सच्चाई सामने आ गई। इसके बाद पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले की जांच के दौरान गिरोह के दो सदस्य पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके थे, जबकि मास्टरमाइंड को 20 मार्च को पुलिस ने पकड़ लिया।