वायनाड के लोगों की गुहार, खुद को बचाने का अनुरोध, घरों में घुसा पानी और रेतीला दलदल
By: Rajesh Bhagtani Tue, 30 July 2024 4:01:55
वायनाड। मंगलवार की सुबह केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन हुआ, जिसमें कई घर और परिवार बह गए। इससे तबाही का मंजर सामने आया, कई घर नष्ट हो गए, जलस्रोत उफान पर आ गए और पेड़ उखड़ गए, जिससे बचाव अभियान में बाधा आई।
वहाँ से बेहद दर्दभरे वीडियोज सामने आ रहे हैं। मकानों और मलबे के ढेर के नीचे फंसे होने के बाद लोग लगातार फोन कर मदद की गुहार लगाते रहे। टीवी चैनलों ने कई लोगों की फोन पर बातचीत दिखाई। इसमें वे लोग रो रहे थे और खुद को बचाने का अनुरोध कर रहे थे। वजह, या तो यह लोग अपने घरों में फंस गए हैं। या फिर पुलों के बह जाने और सड़कों पर पानी भर जाने के चलते उनके पास वहां से निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है। अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं।
एक घायल बुजुर्ग ने एक टेलीविजन चैनल को बताया कि उनकी पत्नी लापता हैं और उन्हें नहीं मालूम कि वह कहां हैं। उन्होंने बताया कि हम घर में सो रहे थे। अचानक एक तेज आवाज सुनाई दी और हमने बड़े-बड़े पत्थर तथा पेड़ों को हमारे मकान की छत पर गिरते हुए देखा। घर में बाढ़ का पानी घुस गया जिससे घर का दरवाजा टूट गया। उन्होंने यह भी बताया कि किसी ने उन्हें बचाया और अस्पताल पहुंचाया लेकिन उनकी पत्नी का कुछ अता-पता नहीं है। केरल के पर्वतीय वायनाड जिले में मंगलवार को तड़के कई जगहों पर हुई भूस्खलन की घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 70 से ऊपर हो गई है।
हवाई मार्ग से निकालने की योजना
एक वीडियो संदेश में, यूडीएफ विधायक टी सिद्दीकी ने कहा कि जिला अधिकारी मुंदक्कई क्षेत्र से लोगों को हवाई मार्ग से निकालने की योजना बना रहे हैं। खोज और बचाव अभियान में भाग लेने के लिए वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर जल्द ही सुलूर (तमिलनाडु में कोयंबटूर) से वायनाड के लिए रवाना होंगे।
उन्होंने कहा, "फिलहाल, भूस्खलन में लापता और मृत लोगों के बारे में हमारे पास पूरी जानकारी नहीं है। कई इलाके कट गए हैं। एनडीआरएफ के जवान उन जगहों पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।"
केरल सरकार ने बचाव अभियान के लिए भारतीय सेना की सहायता मांगी है। एक रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि 122 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) मद्रास के सेकेंड-इन-कमांड के नेतृत्व में 43 कर्मियों की एक टीम को चल रहे बचाव प्रयासों में सहायता के लिए जुटाया गया है।
एक चिकित्सा अधिकारी, दो जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) और 40 सैनिकों वाली टीम प्रभावित क्षेत्र में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करने के लिए सुसज्जित है। उनकी तैनाती का उद्देश्य मौजूदा बचाव कार्यों को बढ़ाना और भूस्खलन से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करना है। मारे गए लोगों में से एक बच्चे सहित चार लोग जिले के चूरलमाला शहर में मारे गए।
वायनाड जिले के अधिकारियों के अनुसार, थोंडरनाड गांव में नेपाल के एक परिवार के एक वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। इसके अलावा, अधिकारियों ने कहा कि पोथुकल गांव के पास एक नदी के किनारे से पांच वर्षीय बच्चे सहित तीन शव बरामद किए गए।
प्रधानमंत्री ने व्यक्त की चिंता, दिया मदद का आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर चिंता व्यक्त की और कहा कि उन्होंने केंद्रीय खाद्य मंत्री पिनाराई विजयन से बात की और केंद्र से राज्य को हर संभव मदद
का आश्वासन दिया।
मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है
और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। सभी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान अभी चल रहा है। केरल के सीएम श्री @pinarayivijayan से बात की और वहां मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।"