22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की, जिससे पाकिस्तान में खलबली मच गई। बौखलाए पाकिस्तान ने निर्दोष भारतीय नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 8 मई 2025 की रात को जबरदस्त बमबारी और गोलीबारी देखने को मिली। इस घटना को लेकर जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने चिंता व्यक्त की है।
मौलाना मदनी ने बताया कि पुंछ में उनका एक मदरसा स्थित है, जहां पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की जान चली गई और चार बच्चे घायल हो गए। उन्होंने कहा, "पहलगाम में निर्दोष लोगों को पहचान कर मारने के लिए किराए के हत्यारे भेजे गए थे। अब आम नागरिकों पर सीधा हमला किया जा रहा है। पुंछ में हमारे मदरसे के एक स्कॉलर की शहादत हुई है और चार बच्चे जख्मी हुए हैं। इस तरह की बर्बर हरकतें बंद होनी चाहिए। हम पहले दिन से यही कह रहे हैं।"
'हम पूरी तरह अपनी सेना के साथ हैं'
पहलगाम में हमलावर द्वारा एक महिला से ‘जा कर मोदी को बता देना’ कहने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मौलाना मदनी ने कहा, "हां, जवाब दिया गया है। भारत हमारा वतन है, इसकी हिफाज़त करना हम सबकी जिम्मेदारी है। जरूरत पड़ी तो हम हर प्रकार की कुर्बानी देने को तैयार हैं। हमारी सेना की हर कार्रवाई में हम उसके साथ खड़े हैं।"
'मुश्किलें आएंगी, लेकिन घबराना नहीं है'
जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "मेरा संदेश यही है कि डटे रहो। आगे और भी कठिन परिस्थितियां आ सकती हैं, लेकिन रोने-धोने या शिकायत करने का समय नहीं है। अगर तकलीफें आएंगी, तो हम उन्हें बर्दाश्त करेंगे। हमारी यही दुआ है कि हालात और ना बिगड़ें, लेकिन अगर बिगड़ते हैं तो भारत की जनता पूरी बहादुरी और संकल्प के साथ अपनी सेना के साथ खड़ी रहेगी।"
'युद्ध नहीं, समाधान चाहिए'
मौलाना मदनी ने आगे कहा, "मैं यह नहीं कहूंगा कि उन्हें पूरा जवाब मिल गया है, लेकिन इतना तय है कि हमारी सेना ने साबित कर दिया है कि हम कमजोर नहीं हैं। हमारी सेनाएं जवाब देने में पूरी तरह सक्षम हैं।"
उन्होंने यह भी कहा, "यह विवाद बहुत पुराना है। आज जो हालात हैं, वो युद्ध जैसे हैं। हमें इन परिस्थितियों को और अधिक बिगड़ने से रोकना होगा। प्रयास यह होना चाहिए कि युद्ध की स्थिति से बाहर निकल कर शांति की राह पर वापस लौटा जाए।"