मनस्विनी की सशक्त कथक प्रस्तुति, चाल और भावों से मंत्रमुग्ध हुए दर्शक, सिमरन भगतानी की पढ़न्त की हुई तारीफ, समाप्ति पर कई मिनट तक बजती रही तालियाँ

By: Rajesh Bhagtani Sun, 17 Sept 2023 7:21:50

मनस्विनी की सशक्त कथक प्रस्तुति, चाल और भावों से मंत्रमुग्ध हुए दर्शक, सिमरन भगतानी की पढ़न्त की हुई तारीफ, समाप्ति पर कई मिनट तक बजती रही तालियाँ

जयपुर। रविवार की सुहानी प्रात: को आज जयपुर की कथक नृत्यांगना मनस्विनी शर्मा ने उस समय यादगार बना दिया जब उन्होंने जयपुर की बड़ी चौपड़ पर स्थित मंदिर श्री मदन मोहन जी (अमित भारद्वाज स्कूल) के मंदिर प्रांगण में अपनी मंत्रमुग्ध करने वाली कथक प्रस्तुति दी। अवसर था सोल कनेक्ट सीजन का, जिसे पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड की सीएसआर पहल के तहत आयोजित किया गया था। मनस्विनी ने गोपियों और यशोदा माँ के साथ कृष्ण की बाल लीलाओं की अपने मंत्रमुग्ध करने वाले भावों और चाल के साथ उनकी स्तुति प्रस्तुत की। यह पूरी तरह से एकल प्रस्तुति थी। प्रस्तुति की समाप्ति पर दर्शकों ने कई मिनट तक जोरदार तालियाँ बजाकर मनस्विनी की प्रस्तुति की तारीफ की।

कथक कलाकार मनस्विनी शर्मा के साथ पढ़न्त में सिमरन भगतानी, स्वर और हारमोनियम में रमेश मेवल, तबला पर दिनेश खिंची और बांसुरी पर संदीप सोनी ने संगत की। इन सभी सहयोगी कलाकारों की भी दर्शकों ने प्रस्तुति के साथ तालियों की गड़गड़ाहट के साथ तारीफ की। कई दर्शकों ने कार्यक्रम की समाप्ति के बाद व्यक्तिगत रूप से इन कलाकारों से मुलाकात की और इनकी उम्दा प्रस्तुति की तारीफ की।

इस सोल कनेक्ट में 400 से अधिक लोगों की भीड़ देखी गई। मनस्विनी के प्रस्तुति से पहले आयोजक विनोद जोशी और मीता कपूर ने अतिथियों का स्वागत किया। आयोजकों द्वारा दर्शकों के लिए चाय और कचौरी के पारंपरिक नाश्ते की व्यवस्था भी की गई थी।

सोल कनेक्ट सीरीज का अगला आयोजन 15 अक्टूबर 2023 को होगा।



"नटरंग" प्रदर्शन के बारे में

बाल्यकाल में माखनचोर होने से कुरूक्षेत्र के महायुद्ध में जगतगुरु होने तक अपने अनंत रंगों की छटा बिखेरते व कभी वात्सल्य को श्रेष्ठ बताते और प्रेम को श्रेष्ठतम, कभी शौर्य की महिमा गाते और शांति की राह दिखाते। जीवन का हर रस, संगीत का हर स्वर और सृष्टि का हर शृंगार जिसके अपार रंगों का प्रतिनिधित्व करता है, कृष्ण के इसी रूप की प्रस्तुति है नटरंग।



मंदिर के बारे में

मंदिर श्री मदन मोहन जी का निर्माण संभवतः जयपुर के आसपास ही हुआ था। यह जिस परिसर में स्थित है, उसमें वर्तमान में शहीद अमित भारद्वाज स्कूल है और कहा जाता है कि मूल रूप से इसे हवा महल के सामने एक विस्तारित शाही अपार्टमेंट के रूप में बनाया गया था, जिसमें मंदिर भी शामिल था। शैलीगत रूप से शहर के अन्य हवेली मंदिरों के समान, यह परिसर बड़े आंगनों और शहर के हवा महल के सबसे अच्छे दृश्यों का दावा करता है। मंदिर और इसकी दैनिक आरती का नेतृत्व वर्तमान में एक महिला पुजारी करती है।

श्रृंखला के बारे में

सोल कनेक्ट एक आधुनिक, समकालीन सांस्कृतिक घटना के रूप में मॉर्निंग रागों को फिर से बनाने के लिए एक मॉर्निंग म्यूजिक रिवाइवल सीरीज़ है। सोल कनेक्ट आज के लोगों को हमारी खोई हुई जड़ों और एक सामुदायिक परंपरा की झलक पाने का अवसर प्रदान करता है जिसे लगभग भुला दिया गया है। सदियों पुराने घरानों के शानदार कलाकार और उनका मंत्रमुग्ध करने वाला संगीत निश्चित रूप से एक छाप छोड़ेगा। लेकिन इसके साथ-साथ, मंदिर, आश्चर्यजनक वास्तुकला, भित्तिचित्र और नक्काशियां, सभी अतीत के कहानीकार हैं जो एक ऐसे वैभव के गवाह थे जो आज भी अपने समृद्ध इतिहास, संस्कृति और परंपराओं के साथ हर आत्मा को मंत्रमुग्ध कर देता है।

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