पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गुरुवार को कोर्ट में पेशी के दौरान उनके पिता हरीश मल्होत्रा अपनी बेटी से मुलाकात नहीं कर सके। जब वह अदालत पहुंचे, तब तक ज्योति की पेशी पूरी हो चुकी थी और उसे वहां से ले जाया जा चुका था। दरअसल, किसी ने उनके पिता को कोर्ट में पेशी का गलत समय बता दिया था।
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, ज्योति के पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मुझे बताया गया था कि उसे दोपहर में कोर्ट में लाया जाएगा, इसलिए मैं उस समय पहुंचा। लेकिन जब तक मैं पहुंचा, तब तक वह जा चुकी थी। किसी ने मुझे गलत समय दे दिया।"
कोर्ट में पेशी के दौरान क्या हुआ?
अदालत में ज्योति ने स्पष्ट किया कि उसने अपने बचाव के लिए कोई प्राइवेट वकील नहीं रखा है। इस पर अदालत ने डिफेंस लीगल एड काउंसिल को नियुक्त कर उसे कानूनी सहायता प्रदान करने का आदेश दिया। इस दौरान वकील जोगमनी शर्मा, दीपक और नितिन ने उसके बचाव में दलीलें पेश कीं। वहीं सरकार की ओर से सरकारी वकील मंदीप बदक कोर्ट में मौजूद रहे।
पुलिस हिरासत 4 दिन और बढ़ी
गुरुवार को ही हिसार की अदालत ने ज्योति मल्होत्रा की पुलिस हिरासत को चार दिन के लिए बढ़ा दिया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पांच दिन की हिरासत पूरी होने के बाद उसे फिर से अदालत में पेश किया गया था।
33 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति उन 12 लोगों में शामिल है जिन्हें पिछले दो सप्ताह में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसियों को शक है कि उत्तर भारत में पाकिस्तान से जुड़ा एक जासूसी नेटवर्क सक्रिय है।
हिसार निवासी ज्योति मल्होत्रा का यूट्यूब चैनल ‘Travel with Jo’ नाम से है। उसे पिछले सप्ताह न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है।
हिसार पुलिस का कहना है कि अब तक कोई ऐसा साक्ष्य नहीं मिला है जिससे यह साबित हो कि ज्योति को सैन्य या रक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी की पहुंच प्राप्त थी। हालांकि पुलिस ने यह भी कहा कि वह निश्चित रूप से ऐसे कुछ व्यक्तियों के संपर्क में थी जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़े थे और वह यह बात जानती भी थी।