तेलंगाना के कान्हा शांति वनम में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विशेष साइकिल रैली का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, राज्य के खेल मंत्री, जाने-माने एथलीट और खेल प्रशासक शामिल हुए।
नारी शक्ति का प्रदर्शन
रैली को हरी झंडी दिखाते हुए डॉ. मांडविया ने कहा, "यह साइकिल रैली नारी शक्ति का प्रतीक है, जो खेलों में महिलाओं के नेतृत्व, दृढ़ संकल्प और उत्कृष्टता को दर्शाती है।" इस आयोजन के तहत चिंतन शिविर में राष्ट्रीय स्तर की बैठक आयोजित की गई, जिसमें 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक की तैयारियों और 2036 ग्रीष्मकालीन खेलों की मेजबानी की संभावनाओं पर चर्चा की गई। कान्हा शांति वनम के आध्यात्मिक और कल्याण केंद्र से जुड़े लोग भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर शामिल हुए।
'अस्मिता' न्यूज़लेटर का हुआ शुभारंभ
महिला दिवस के इस खास मौके पर डॉ. मांडविया, खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी, पूर्व ओलंपियन व बैडमिंटन स्टार पुलेला गोपीचंद और अन्य प्रमुख एथलीटों ने ‘अस्मिता’ न्यूज़लेटर लॉन्च किया।
इस न्यूज़लेटर में सरकार द्वारा 2021 में शुरू किए गए ‘महिलाओं के लिए खेल’ मिशन की प्रमुख उपलब्धियों और अस्मिता लीग के प्रभाव को दर्शाया गया है। यह लीग उन युवा महिलाओं के जीवन को बदलने में मदद कर रही है, जो खेल को अपने करियर के रूप में अपनाने का सपना देखती हैं।
अस्मिता: महिला एथलीटों के लिए एक बेहतरीन मंच
पूर्व ऑल-इंग्लैंड चैंपियन और दिग्गज कोच पुलेला गोपीचंद, जिन्होंने साइना नेहवाल और पीवी सिंधु जैसे ओलंपिक पदक विजेताओं को प्रशिक्षित किया है, ने 'अस्मिता' की सराहना की। उन्होंने कहा, "यह सच है कि भारत के लिए महिलाओं ने अधिक ओलंपिक पदक जीते हैं, इसलिए उन्हें और भी अधिक समर्थन मिलना चाहिए। 'अस्मिता' एक बेहतरीन मंच है, और जब 15 खेल मंत्री डॉ. मांडविया के साथ खेलों के भविष्य और ओलंपिक सपनों को साकार करने पर चर्चा करने के लिए एकजुट होते हैं, तो यह वास्तव में शानदार पहल बन जाती है। अब केवल सही नीतियों को प्रभावी ढंग से तैयार कर लागू करने की आवश्यकता है।"
साइकिल रैली और स्वस्थ जीवनशैली की पहल
इस साइकिल रैली का नेतृत्व असम की खेल मंत्री नंदिता गोरलोसा, गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी की महिला प्रशिक्षुओं और पैरा-एथलीट व पेरिस पैरालंपिक 2024 की कांस्य पदक विजेता दीप्ति जीवनजी ने किया।
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया भी इस रैली में शामिल हुए और स्वस्थ जीवनशैली के लिए नियमित रूप से साइकिल चलाने के महत्व को दोहराया। उनके नेतृत्व में शुरू की गई ‘संडे ऑन साइकिल’ पहल पूरे देश में लोगों को साइकिलिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रेरित कर रही है।
फिट इंडिया मूवमेंट को और मजबूत करें
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए फिट इंडिया मूवमेंट को और सशक्त बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "साइकिल चलाना न केवल एक ट्रेंड बनना चाहिए, बल्कि यह मोटापा और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से लड़ने का प्रभावी साधन भी होना चाहिए। मैं सभी नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वे हर रविवार को कम से कम एक घंटा अपनी फिटनेस के लिए समर्पित करें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए फिट इंडिया मूवमेंट को और मजबूत करें।"
साइकिलिंग का अद्भुत अनुभव
तेलंगाना के कान्हा शांति वनम में आयोजित इस साइकिल रैली के दौरान, पूरे क्षेत्र में पीले रंग का समंदर देखने को मिला, जहां सभी प्रतिभागियों ने सुबह की ठंडी हवा का आनंद लेते हुए पूरे जोश के साथ घुमावदार 3 किलोमीटर के ट्रैक को पूरा किया।
असम की खेल मंत्री नंदिता गोरलोसा ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, "मैंने 30 साल बाद साइकिल चलाई है, और इसने मेरी कई खूबसूरत यादों को ताजा कर दिया। जब डॉ. मांडविया ने मुझे साइकिल चलाने का आग्रह किया, तो मैं मना नहीं कर सकी—और इसका मुझे कोई अफसोस नहीं है। महिला दिवस के इस खास मौके पर, यह एक शानदार एहसास था। मैं इस संदेश से पूरी तरह सहमत हूं कि साइकिल चलाना न केवल फिटनेस का प्रतीक है, बल्कि अपनी ऊर्जा को सही दिशा में ले जाने का बेहतरीन तरीका भी है।"