चित्तौड़गढ़ : जेल जाने से बच गया तो श्रद्धालु ने सांवलिया सेठ को चढ़ाई 226 ग्राम चांदी से बनी हथकड़ी

By: Ankur Sat, 25 Sept 2021 2:43:58

चित्तौड़गढ़ : जेल जाने से बच गया तो श्रद्धालु ने सांवलिया सेठ को चढ़ाई 226 ग्राम चांदी से बनी हथकड़ी

जिले में स्थित सांवलिया सेठ के मंदिर का बहुत महत्व माना जाता हैं जहां भक्तगण मन्नत पूरी होने पर उनके चढ़ावा भी चढ़ाते हैं। बीते दिनों चांदी का रथ, घोड़ा और चांदी के गेंहू के दानों का दान आया था। अब इस कड़ी में शुक्रवार को एक श्रद्धालु ने सांवलिया सेठ को 226 ग्राम चांदी से बनी हथकड़ी चढ़ाई हैं। उपहार स्वरूप हथकड़ी के चढ़ावे को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। किसी का कहना था कि सांवरा सेठ ने भक्त के हाथ में हथकड़ी लगने से बचा लिया। इसलिए उसने हथकड़ी भेंट की।

मंडफिया स्थित श्रीसांवलियाजी मंदिर में शुक्रवार शाम को एक भक्त आया। उसने सांवलिया सेठ को चांदी से बनी 226 ग्राम की हथकड़ी भेंट की। मंदिर भेंट कार्यालय में इस तरह का उपहार देख मंदिर मंडल के लोग भी चौंक गए। भक्त से पूछा तो उसने अपना नाम-पता बताने से इनकार कर दिया। उसने बस इतना कहा कि मेरी मनोकामना पूरी हुई है। इसलिए यह भेंट चढ़ाने आया हूं। मंदिर मंडल के सदस्य ने यह चढ़ावा लेकर भक्त को रसीद दे दी। नियमानुसार उपरना ओढ़ाकर भक्त का स्वागत किया गया। चर्चा है कि श्रद्धालु जेल जाने से बच गया तो वह अपने प्रभु को यह उपहार भेंट किया।

ये भी पढ़े :

# 28 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होंगे जिग्नेश मेवाणी और कन्हैया कुमार

# कोटा : यात्रियों को होगी सहूलियत, एक अक्टूबर से रेलवे ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी और तीन ट्रेन

# बीकानेर : शिक्षकों की सजा से आहत होकर छात्र ने की सुसाइड, व्हाट्सएप ग्रुप से लड़कियों के नंबर लेकर किया था मैसेज

# गोविंदा-कृष्णा अभिषेक की लड़ाई में पिस गईं आरती सिंह, सोनू सूद की तारीफ करने लगे थे छापा डालने पहुंचे इनकम टैक्स अधिकारी

# जूही ने सुनाया शाहरुख का किस्सा, आमिर के साथ डिनर के दौरान भावुक हुए नागार्जुन, जानें-‘अंतिम’ का अपडेट

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com