असहाय हैं हम, पहले कभी नहीं देखी ऐसी स्थिति - रोती हुई डॉक्टर का वीडियो वायरल
By: Pinki Wed, 21 Apr 2021 10:03:33
देश में कोरोना की दूसरी लहर लगातार भयानक होती जा रही है। मंगलवार को एक दिन में 3 लाख के करीब कोरोना मरीज मिले। इस दौरान 2 हजार से ज्यादा मौतें भी हुई। महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश समेत 11 राज्यों में हालात बेहद खराब है। इन राज्यों में रिकॉर्ड लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे के अंदर 62 हजार 97, उत्तर प्रदेश में 29 हजार 574, दिल्ली में 28 हजार 395, केरल में 19 हजार 577, कर्नाटक में 21 हजार 794, छत्तीसगढ़ में 15 हजार 625, राजस्थान में 12 हजार 201, मध्यप्रदेश में 12 हजार 727 , गुजरात में 12 हजार 206, तमिलनाडु में 10 हजार 986, बिहार में 10 हजार 455 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
देश में बढ़ते संक्रमण के साथ हेल्थ सुविधाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं। कोरोना मरीज दवा और ऑक्सीजन के बिना तड़प-तड़प कर दम तोड़ रहे हैं और डॉक्टर लाचार हैं। इस बीच इन्फीशियस डिसीज फिजीशियन डॉक्टर तृप्ति गिलाडा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Dr. Trupti Gilada breaks down. We can feel the helplessness in her Voice due to lack of resources.
— Maggi (@JainMaggii) April 20, 2021
Please wear your Mask for our doctors.
1) pic.twitter.com/KfAVt3Rz4g
वीडियो में डॉक्टर तृप्ति गिलाडा रोती हुई नजर आ रही है। वह कहा रही है, 'बहुत सारे डॉक्टरों की तरह मैं भी बहुत परेशान हूं। मुंबई की हालत तो बहुत ही खराब है। यहां के अस्पतालों में आईसीयू में जगह नहीं है। हम लोगों ने इससे पहले ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी है। हम असहाय हैं। मौजूदा स्थिति में इमोशनल ब्रेकडाउन हम सभी डॉक्टरों में भी कहीं ना कहीं हो रहा है। इसलिए अपना ख्याल रखें और खुद को सुरक्षित रखें।'
वीडियो में डॉक्टर गिलाडा कहती हैं, 'आपको पिछले एक साल से कोरोना नहीं हुआ है। आपको लगता है कि आप सुपर हीरो हो, आपकी इम्युनिटी बहुत अच्छी है, तो आप गलतफहमी में हो। हम लोग 35 वर्ष के युवाओं को देख रहे हैं, जो वेंटिलेटर पर हैं और उनकी स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है।'
उन्होंने आगे कहा, 'ऐसा वक्त पहले कभी नहीं दिखाई दिया, जब इतने सारे लोगों को एक साथ मैनेज करना पड़ा हो। हम लोगों को घरों में ऑक्सीजन लगाकर मैनेज कर रहे हैं। जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं, उनमें सीरियस इन्फेक्शन कम दिख रहे हैं। हॉस्पिटलाइजेशन न के बराबर है। साफ है कि वैक्सीन कोरोना वायरस से बचाव में मददगार है।'
डॉक्टर गिलाडा ने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए बेहद भावुक होकर कहा, 'अभी की स्थिति में इमोशनल ब्रेकडाउन हम सभी डॉक्टरों में भी कहीं ना कहीं हो रहा है। इसलिए अपना ख्याल रखें और खुद को सुरक्षित रखें। पैनिक होकर हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत नहीं है। कुछ लोगों को एडमिट करना बेहद जरूरी हो रहा है। उनके लिए अस्पताल में बेड नहीं है।'
महाराष्ट्र में मिले 62,097 नए मरीज
आपको बता दे, महाराष्ट्र में मंगलवार को 62,097 नए मरीज मिले। 54 हजार 224 मरीज ठीक हुए और 519 की मौत हो गई। राज्य में अब तक 39.60 लाख लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 32.13 लाख लोग ठीक हुए हैं, जबकि 61 हजार 343 की मौत हुई है। यहां फिलहाल करीब 6.83 लाख लोगों का इलाज चल रहा है। मुंबई में बीते 24 घंटे में कोरोना के 7 हजार 214 नए मामले सामने आए हैं जबकि 35 लोगों की कोरोना के चलते मौत हुई है। शहर में 1141 इमारतें कोरोना के चलते सील है। सबसे ज्यादा चिंता वाली बात यह है कि महाराष्ट्र में 1 मार्च से 4 अप्रैल के बीच 60 हजार से अधिक बच्चे कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। इनमें से करीब 9 हजार 800 बच्चे 5 साल से कम उम्र वाले थे। कोरोना के इस जंजाल में बड़ी संख्या में बच्चों के आने से एक्सपर्ट की भी नींद उड़ा दी है।
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