
देशभर में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया की समय-सीमा में बड़ा बदलाव किया गया है। अब पश्चिम बंगाल में यह अभियान 11 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है, जबकि केरल में भी इसी अवधि को बढ़ाते हुए एक सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया गया है।
बंगाल में अब गणना फॉर्म पहले तय 4 दिसंबर की बजाय 11 दिसंबर तक भरे जा सकेंगे। इसी के अनुसार, नौ दिसंबर को जारी होने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची अब 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। वहीं केरल में भी गणना फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर कर दी गई है और ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को ही जारी होगी। अंतिम मतदाता सूची 14 फरवरी 2026 को घोषित की जानी है। फिलहाल एसआईआर प्रक्रिया 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू है।
चुनाव आयोग ने क्या स्पष्ट किया?
चुनाव आयोग की संशोधित समय-सारिणी के मुताबिक, पोलिंग स्टेशनों में आवश्यक सुधार और पुनर्व्यवस्था का काम 11 दिसंबर तक पूरा किया जाना अनिवार्य है। इसके बाद कंट्रोल टेबल का अपडेट और ड्राफ्ट रोल तैयार करने का चरण 12 से 15 दिसंबर के बीच पूरा होगा।
ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल को आयोग द्वारा 16 दिसंबर को सार्वजनिक किया जाएगा। इसके बाद मतदाता 15 जनवरी तक अपने दावे, सुधार या आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे।
दावे-आपत्तियों के निपटारे की रूपरेखा भी तय
निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों को 16 दिसंबर से 7 फरवरी तक प्राप्त गणना फॉर्मों पर विचार करने तथा दावों और आपत्तियों के निपटारे का निर्देश दिया गया है। पूरी प्रक्रिया के बाद अंतिम मतदाता सूची 12 फरवरी 2026 को सभी नौ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में प्रकाशित की जाएगी।
बीएलओ के लिए बड़ी राहत
इस विस्तारित शेड्यूल से उन बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) को खासा फायदा मिलेगा जो समय की कमी के कारण अभी तक सभी फॉर्म जमा करने या उन्हें डिजिटल रूप में अपलोड करने का काम पूरा नहीं कर पाए थे। अतिरिक्त समय से न केवल उनका दबाव कम होगा, बल्कि मतदाता सूची को अधिक सटीक और अपडेटेड बनाने में भी मदद मिलेगी।














