सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले वजाहत खान को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वजाहत खान कई जगहों पर अपने खिलाफ शिकायतें दर्ज होने के बाद से लापता है। शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी के बाद से ही राजनीतिक हलकों में माहौल गर्म हो गया है। उनके ऊपर धार्मिक भावनाएं आहत करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए थे।
'इंडिया टुडे' की रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता में वजाहत के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गई है। श्री राम स्वाभिमान परिषद ने कोलकाता पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि वजाहत खान ने सोशल मीडिया पर हिंदू समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणियां कीं। यह भी कहा गया कि उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं, रीति-रिवाजों, मंदिरों और त्योहारों का अपमान करने के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। शिकायत दर्ज होने के तुरंत बाद से ही वजाहत का कोई सुराग नहीं मिला है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस ने 22 वर्षीय शर्मिष्ठा पनोली को 30 मई को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। वजाहत खान द्वारा की गई शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई हुई थी। शर्मिष्ठा पर यह आरोप था कि उन्होंने सांप्रदायिक नफरत फैलाने का प्रयास किया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद उन्होंने कुछ वीडियो शेयर किए थे जिनमें कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया था। इन वीडियो में उन्होंने बॉलीवुड सेलेब्रिटीज की आलोचना करते हुए कहा था कि वे ऑपरेशन सिंदूर पर खामोश हैं। गिरफ्तार होने के बाद शर्मिष्ठा को कोलकाता की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
दिल्ली बार काउंसिल ने की रिहाई की मांग
दिल्ली बार काउंसिल ने शर्मिष्ठा पनोली की तुरंत रिहाई की मांग की है। काउंसिल के चेयरमैन सूर्य प्रकाश खत्री द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि शर्मिष्ठा ने जिन वीडियो के कारण लोगों की भावनाएं आहत हुईं, उन्हें तुरंत डिलीट कर माफी मांग ली थी, फिर भी उन्हें गिरफ्तार किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि शर्मिष्ठा एक लॉ स्टूडेंट हैं और उन्हें इस तरह से हिरासत में रखना न्यायसंगत नहीं है।