भारत में हर दिन औसतन 2.5 करोड़ से ज्यादा यात्री विभिन्न ट्रेनों में सफर करते हैं, जो एक चौंकाने वाली संख्या है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यात्रियों की यह संख्या ऑस्ट्रेलिया जैसे एक पूरे देश की जनसंख्या के बराबर है। ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को आमतौर पर दो विकल्प मिलते हैं – एक रिजर्वेशन के जरिए, और दूसरा अनरिजर्व्ड कोच में यात्रा करने का। सामान्य तौर पर देखा गया है कि यात्री अधिकतर ट्रेन में रिजर्वेशन के जरिए ही सफर करना पसंद करते हैं, ताकि उन्हें आरामदायक एसी कोच और स्लीपर कोच में सफर करने की सुविधा मिल सके।
हालांकि, कई बार रिजर्वेशन करवाने के बाद भी लोगों की टिकट वेटिंग लिस्ट में चली जाती है। इस स्थिति में यात्रियों को यात्रा के दिन, कुछ घंटे पहले ही यह पता चल पाता है कि उनकी टिकट कंफर्म हुई है या नहीं, जिससे उन्हें काफी परेशानी और असमंजस का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब भारतीय रेलवे ने इस समस्या का समाधान खोज निकाला है, जो कि यात्रियों के लिए एक राहत भरी खबर है। आपको बता दें कि वेटिंग लिस्ट को लेकर रेलवे ने अब नियमों में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है, जिससे अब यात्री पहले से योजना बना सकेंगे।
इतने घंटे पहले मिलेगा कंफर्मेशन का अलर्ट
आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय रेलवे ने वेटिंग टिकट की स्थिति के बारे में सूचना देने के समय को लेकर नया नियम लागू करने का निर्णय लिया है। जहां फिलहाल यात्रियों को 4 घंटे पहले टिकट के कंफर्म होने का स्टेटस पता चलता था, अब उन्हें यह जानकारी यात्रा से पूरे 24 घंटे पहले मिल जाया करेगी। यह निर्णय ट्रायल रन के तहत राजस्थान के बीकानेर रेलवे स्टेशन पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था, जो कि पूरी तरह से सफल साबित हुआ है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, यह प्रणाली जल्द ही देश के बाकी हिस्सों में भी लागू कर दी जाएगी, जिससे लाखों यात्रियों को लाभ मिलेगा।
यात्रियों को मिलेगा योजना बनाने का समय और विकल्प
भारतीय रेलवे की प्रक्रिया के अनुसार ट्रेन का फाइनल चार्ट उसकी निर्धारित समय से करीब 4 घंटे पहले तैयार होता है। यानी अगर किसी यात्री की टिकट वेटिंग में है, तो वह यात्रा वाले दिन तक असमंजस में रहता है कि वह ट्रेन में सफर कर पाएगा या नहीं। ऐसे में वह बस, फ्लाइट या कैब जैसे किसी अन्य विकल्प को चुनने में असमर्थ रहता है।
लेकिन यदि रेलवे 24 घंटे पहले ही यह जानकारी उपलब्ध करवा दे कि टिकट कंफर्म हुई है या नहीं, तो यात्री समय रहते वैकल्पिक साधनों का चुनाव कर पाएंगे। इससे उनकी यात्रा की योजना अधिक व्यवस्थित और तनाव-मुक्त हो सकेगी, जो एक स्वागत योग्य परिवर्तन होगा।
इन प्रमुख रूटों पर भी जल्द लागू होंगे ये नियम
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के सुझाव और निर्देशन पर रेलवे ने बीकानेर डिविजन में इस नियम का ट्रायल रन आरंभ किया था, और इसके परिणाम बेहद सकारात्मक रहे हैं। अब इस नियम को देश के अन्य व्यस्त और प्रमुख रूटों जैसे कि दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल और मुंबई आदि पर भी लागू किए जाने की योजना है। इससे देशभर के करोड़ों यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा और वेटिंग टिकट की असुविधा से राहत मिल सकेगी।