
अगर आप भी एक जागरूक माता-पिता हैं और अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए सुरक्षित और फायदेमंद निवेश विकल्प की तलाश में हैं, तो आपके लिए यह जानकारी बेहद उपयोगी साबित हो सकती है। दरअसल, सरकार ने बच्चों के बेहतर कल को ध्यान में रखते हुए दो अहम योजनाएं शुरू की हैं—NPS वात्सल्य योजना और सुकन्या समृद्धि योजना। दोनों ही स्कीम्स की अपनी-अपनी विशेषताएं हैं, और इनका उद्देश्य बच्चों को भविष्य में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। जहां NPS वात्सल्य एक पेंशन आधारित योजना है, वहीं सुकन्या समृद्धि बेटियों के लिए विशेष बचत योजना के रूप में सामने आती है। आइए इन दोनों योजनाओं को विस्तार से समझते हैं, ताकि आप अपने बच्चे के लिए सबसे उपयुक्त निवेश विकल्प चुन सकें।
NPS वात्सल्य योजना क्या है?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024-25 के आम बजट के दौरान इस अनोखी योजना का ऐलान किया था, जो बच्चों के लंबे भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है। यह एक लॉन्ग टर्म रिटायरमेंट बेस्ड स्कीम है, जिसे पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) द्वारा संचालित किया जाता है। इस योजना की खास बात यह है कि इसमें 18 साल से कम उम्र के बच्चों के नाम पर खाता खोला जा सकता है, जो माता-पिता को शुरुआती दौर से ही निवेश करने की सुविधा देता है।
इस स्कीम में हर साल कम से कम 1,000 रुपये जमा करना अनिवार्य है, हालांकि अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं रखी गई है, जिससे आप अपनी क्षमता के अनुसार योगदान कर सकते हैं और समय के साथ एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
NPS वात्सल्य के फायदे
इस योजना के अंतर्गत किया गया निवेश इक्विटी और डेट जैसे एसेट क्लास में लगाया जाता है, जिससे लॉन्ग टर्म में औसतन 9.5% से 10% तक का रिटर्न मिलने की संभावना रहती है। यह उन माता-पिता के लिए बेहतरीन है जो चाहते हैं कि बच्चों के उच्च शिक्षा या अन्य ज़रूरतों के समय एक अच्छा फंड उपलब्ध हो।
अगर किसी आपात स्थिति में जैसे कि मेडिकल इमरजेंसी या बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसे की जरूरत पड़े, तो 3 साल बाद आप कुल जमा राशि का 25% तक निकाल सकते हैं। इसके साथ ही, टैक्स छूट भी इस योजना को और आकर्षक बनाती है। सेक्शन 80C और 80CCD (1B) के तहत 50,000 रुपये तक की अतिरिक्त टैक्स छूट मिलती है, जिससे आपकी टैक्स बचत भी सुनिश्चित होती है।
बेटियों के लिए विशेष—सुकन्या समृद्धि योजना
अगर आपके घर में बेटी है, तो सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह योजना खास तौर पर बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना में बेटी की उम्र 10 साल से कम होने पर खाता खोला जा सकता है, जिससे आप उसकी पढ़ाई और विवाह जैसी ज़रूरतों के लिए पहले से तैयारी कर सकते हैं।
इसमें 15 साल तक निवेश किया जा सकता है, जबकि योजना 21 साल तक चलती है। मौजूदा समय में इसमें 8.2% सालाना ब्याज दर मिल रही है, जो कि बैंक एफडी से भी अधिक है और सरकार हर तिमाही इस दर की समीक्षा करती है।
पूरी तरह टैक्स-फ्री योजना
सुकन्या समृद्धि योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि यह पूरी तरह टैक्स-फ्री है। यानी जो भी राशि आप निवेश करते हैं, उस पर मिलने वाला ब्याज और अंत में मिलने वाली मैच्योरिटी अमाउंट—तीनों ही टैक्स के दायरे से बाहर हैं। इसमें हर साल 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक जमा किए जा सकते हैं, जो इसे हर वर्ग के माता-पिता के लिए सुलभ बनाता है।
इस योजना के अंतर्गत 18 साल की उम्र पूरी होने या 10वीं पास करने के बाद 50% तक की राशि निकाली जा सकती है, जबकि 21 साल की उम्र या बेटी की शादी के समय पूरी राशि निकालने की सुविधा मिलती है।














