आपका क्रेडिट स्कोर, जो लोन पाने की योग्यता और वित्तीय भरोसेमंदता का एक महत्वपूर्ण संकेतक है, कुछ आम और अक्सर नजरअंदाज की जाने वाली वित्तीय गलतियों के कारण 100 पॉइंट तक गिर सकता है। ये गलतियां आपकी वित्तीय सेहत को गहराई से नुकसान पहुंचा सकती हैं और भविष्य में लोन या क्रेडिट की शर्तों को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकती हैं।
वित्तीय एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रेडिट स्कोर में 100 पॉइंट की गिरावट कोई छोटी बात नहीं होती। यह आपकी ऋण पात्रता, बीमा प्रीमियम, क्रेडिट कार्ड लिमिट, और यहां तक कि नौकरी के कुछ मामलों को भी प्रभावित कर सकती है। समय पर भुगतान और कम क्रेडिट उपयोग जैसी बुनियादी और आवश्यक बातों को नजरअंदाज करने वाले लोग अक्सर वित्तीय परेशानियों में घिर जाते हैं। अगर आप अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर और स्थिर बनाए रखना चाहते हैं, तो इन कुछ बातों का खास ध्यान रखना जरूरी है।
पेमेंट में देरी या चूक
क्रेडिट ब्यूरो और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन EMI या क्रेडिट कार्ड के भुगतान में देरी को बहुत गंभीरता से लेते हैं। सिर्फ 30 दिन की देरी से आपका क्रेडिट स्कोर 50 से 100 पॉइंट तक गिर सकता है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और प्रोफाइल पर निर्भर करता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी वित्तीय स्थिरता रिपोर्टों में बार-बार जोर दिया है कि समय पर भुगतान, भविष्य में बेहतर क्रेडिट तक पहुंच बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
लिमिट से ज्यादा क्रेडिट यूज करना
अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट से 30% से अधिक उपयोग करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। यह आदत आपके अधिक खर्च और क्रेडिट पर अत्यधिक निर्भरता का संकेत देती है, जिससे बैंकों को लगता है कि आप वित्तीय रूप से दबाव में हैं, और इस कारण भविष्य में लोन या क्रेडिट की बेहतर शर्तें मिलने की संभावना काफी कम हो जाती है।
पुराने क्रेडिट खातों को जल्दबाजी में बंद करना
कई लोग अनजाने में पुराने क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन या अन्य क्रेडिट खातों को बंद करके अपने क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे आपकी औसत क्रेडिट हिस्ट्री की अवधि कम हो जाती है, जो क्रेडिट ब्यूरो द्वारा आपके भुगतान की विश्वसनीयता और ऋण प्रबंधन क्षमता को जांचने का एक महत्वपूर्ण कारक होता है। पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री, एक सकारात्मक रिकॉर्ड के रूप में आपकी प्रोफाइल को मजबूत बनाती है।