ब्रेकअप होने से टूट गया दिल... घबराने से नहीं चलेगा काम, इसमें भी है इतनी भलाई!
By: Nupur Rawat Mon, 10 May 2021 6:24:57
इन दिनों युवक और युवतियों में दोस्ती आम बात है। यह ‘रिश्ता’ कई बार इतना बढ़ जाता है कि वे एक-दूसरे के बिना नहीं रह पाते। घरवालों की सहमति नहीं होने पर उन्हें लिव-इन-रिलेशनशिप का सहारा लेना पड़ता है। हालांकि कई बार मामला बिगड़ जाता है और ब्रेकअप तक हो जाता है। इससे लड़कियां काफी आहत होती हैं, लेकिन हम आपको आज बता रहे हैं कि इसमें भी किसी न किसी तरह से भलाई छुपी होती है।
आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा
बुरे ब्रेकअप से आपका कॉन्फ़िडेंस
हिल सकता है। आप मानसिक और भावनात्मक रूप से टूट चुकी होंगी। ऐसे में आप
यही उम्मीद कर रही होंगी कि कोई सहारा मिले। पर ऐसे वक़्त में आसानी से
उपलब्ध सहारे से आपका लॉन्ग टर्म में ज़्यादा भला नहीं होनेवाला। आपका जो
आत्मविश्वास कम हो चुका है, उसके रिपेयर के लिए समय चाहिए। यह कॉन्फ़िडेंस
मिलेगा, कुछ समय तक अकेले रहकर।
आप ख़ुद को और बेहतर तरीक़े से समझ सकेंगी
जब
हम किसी रिश्ते में होते हैं तो अक्सर पार्टनर की पसंद और नापसंद को
वरीयता देते-देते यह भूल जाते हैं कि सही मायने में हमें क्या पसंद है? जब
आप सिंगल रहेंगी तो आपको पता चलेगा कि वास्तव में आप क्या चाहती हैं,
क्योंकि उस समय आप पार्टनर की नहीं, अपने दिल की बात सुन रही होंगी।
काम में पहले की तुलना में आपका परफ़ॉर्मेंस अच्छा होगा
चूंकि
अब आप सिंगल हैं तो आपके पास अपने करियर के बारे में सोचने के लिए ज़्यादा
समय होगा। आप उन गतिविधियों में अधिक समय बिता सकेंगी, जिनसे आपकी
प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी। तो बेहतर यही होगा कि एक रिश्ते से निकलकर दूसरे में
पड़ने की जल्दबाज़ी न करें, बजाय उसके काम पर ध्यान लगाएं। आप अपनी किसी
हॉबी को पूरा करने के लिए भी समय निकाल सकती हैं। यह आप जल्द ही महसूस
करेंगी कि जब आप दिन के अपने सारे टास्क पूरे कर लेती हैं, तब आपको काफ़ी
अच्छा महसूस होता है।
आपका चुनाव बेहतर होगा
ब्रेकअप
से एक अच्छी चीज़ ज़्यादातर लोग सीखते हैं, वह है अपने चुनाव को लेकर बेहतर
बनने की कला। अपने पिछले चुनाव में फ़ेल होने के बाद आप इतनी तो समझदार हो
ही जाती हैं कि आपके दिमाग़ में यह क्लियर हो जाता है कि अब आगे से किस
तरह के लोगों के लिए अपनी ज़िंदगी में नो एंट्री का बोर्ड लगाना है।
आप ख़ुद को अहमियत देना सीख जाएंगी
यह
बहुत सी सेल्फ़ हेल्प बुक में लिखा हुआ मिल जाएगा कि हमें ख़ुद की अहमियत
समझनी चाहिए, पर जब तक आपको रास्ते में ठोकर नहीं लगती, तब तक रास्ते के
पत्थरों पर ग़ौर नहीं करते। यानी जब तक आप दूध से नहीं जलते, छाछ फूंक
फूंककर नहीं पीते। ऐसा करते हुए आप यह समझ जाते हैं कि पूरी दुनिया एक तरफ़
है, आपकी अपनी ज़िंदगी और उसकी अहमियत एक तरफ़ है। आप जब दूसरों को
इज़्ज़त देती हैं, तब आपको अपने लिए भी इज़्ज़त एक्सपेक्ट करनी ही चाहिए।
इसमें कुछ ग़लत नहीं है। यह बात आप सिंगल रहने पर ही सीख पाएंगी।
आप पहले से ज़्यादा आत्मनिर्भर बनेंगी
जब
आप कुछ समय तक सिंगल रहती हैं, तब आप न केवल उस अनुभव को एंजॉय करती हैं,
बल्कि पहले की तुलना में अधिक इंडिपेंड यानी आत्मनिर्भर बनती हैं। आपमें इस
बात का आत्मविश्वास आता है कि वह सभी काम करें, जिससे आपको आनंद मिले। ऐसा
करके आपको अंदरूनी ख़ुशी भी मिलती है। इससे ज़्यादा हमें और क्या चाहिए
भला।
आप छोटी-छोटी चीज़ों की क़दर करने लगती हैं
एक
बार ब्रेकअप के बुरे दौर से निकलने और कुछ समय तक सिंगल रहने के बाद आपको
एहसास होता है कि निजी रिश्ते के अलावा भी दुनिया में बहुत कुछ है। आप उन
रिश्तों और लोगों पर ध्यान देना शुरू करती हैं, जिनके बारे में पहले सोचती
तक नहीं थीं। आप उन रिश्तों और लोगों की ख़ूबसूरती देखकर हैरान रह जाती
हैं। और आपको एहसास होता है कि पुराने रिश्ते के बारे में सोच-सोचकर हलकान
होते रहने के बजाय दुनिया में और भी बहुत कुछ है ख़ुश रहने के लिए।
आप नकारात्मकता के चक्र को तोड़ने लायक बनती हैं
ब्रेकअप
के बाद मन में खटास आती है। आपका प्यार पर से, लोगों पर से, इस दुनिया पर
से ही भरोसा उठ जाता है। इससे अंतत: होता यह है कि आप सिर से लेकर पांव तक
नकारात्मकता में डूब जाती हैं। आपको लगता है कि पूरी दुनिया ही आपके खिलाफ़
साजि़श कर रही है। जब आप कुछ समय तक के लिए सिंगल रह जाती हैं, तब आपको
समझ में आता है कि आपने अपनी दुनिया, अपने एक्सपेक्टेशन्स को कितना संकीर्ण
कर रखा था। समय के साथ आपका माइंडसेट ब्रॉड होता है और आप नकारात्मकता के
चक्र को तोड़कर पॉज़िटिविटी से भर जाती हैं।
बतौर इंसान आप बेहतर बनती हैं
हमने
यह तो बता दिया कि ब्रेकअप के बाद सिंगल रहकर आप करियर के क्षेत्र में
काफ़ी आगे बढ़ सकती हैं। अपने आपको थोड़ा समय देकर देखिए आप करियर में ही
बेहतर नहीं करतीं, बल्कि बतौर इंसान भी बेहतर बनती हैं। ऐसा इसलिए होता है
क्योंकि दिल टूटने के बाद ख़ुद को समय देकर आप अपने घावों पर समय का मरहम
लगाने का मौक़ा देती हैं। जैसे-जैसे आपके दिल की चोट भरती है, आप अपने
पूर्व प्रेमी तक को माफ़ कर देती हैं। और जब आप माफ़ करना सीखती हैं तो
अपने आप बेहतर इंसान बनने की राह पर निकल लेती हैं।