
हमारे देश में अलग-अलग स्थानों पर खाने की अलग-अलग चीजें मशहूर हैं। ये इतनी लोकप्रिय हो जाती हैं कि हर जगह इनके चर्चे होने लगते हैं। आज हम बात कर रहे हैं राजस्थान की एक मिठाई खीर मोहन की जो अपने विशेष स्वाद के चलते मन में बस जाती है। यह मुख्य रूप से सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर सिटी की पहचान है। पारंपरिक रसगुल्ले के विपरीत खीर मोहन ज्यादा गाढ़ी होती है। इसका विशिष्ट स्वाद इसे बनाने की अनूठी विधि और सामग्री से आता है। इसे पर्यटक भी खूब पसंद करते हैं। वैसे तो इसका कभी भी लुत्फ उठाया जा सकता है, लेकिन इससे त्योहार की रंगत और बढ़ाई जा सकती है। बच्चे हो या बड़े सभी के लिए यह एक शानदार उपहार साबित होती है। अब जब भी आपकी कुछ अलग खाने की इच्छा करे तो ज्यादा सोच-विचार किए बगैर सीधे इस स्वीट डिश पर भरोसा जताएं।

सामग्री (Ingredients)
1 लीटर पूर्ण वसा वाला दूध
2-3 बड़े चम्मच नींबू का रस या सिरका (दूध जमाने के लिए)
1 कप चीनी
4 कप पानी
एक चुटकी इलायची पाउडर
सजावट के लिए केसर के रेशे
सजाने के लिए पिस्ता या बादाम

विधि (Recipe)
- एक भारी तले वाले बर्तन में दूध को उबाल आने तक गरम करें। नींबू का रस या सिरका डालें और दूध के पूरी तरह फटने तक धीरे-धीरे चलाते रहें।
- आंच बंद कर दें और इसे कुछ मिनट के लिए रख दें। फटे हुए दूध को मलमल के कपड़े से छानकर छैना (पनीर) अलग कर लें।
- नींबू के रस का स्वाद हटाने के लिए छैना को ठंडे पानी से धो लें। अतिरिक्त पानी निकालने के लिए इसे लगभग एक घंटे के लिए बांधकर लटका दें।
- छैना को धीरे-धीरे तब तक गूंधें जब तक वह चिकना न हो जाए। इसे छोटे-छोटे, बराबर आकार की बॉल्स में बांट लें। ध्यान रखें कि उनमें कोई दरार न हो।
- एक बड़े बर्तन में चीनी को पानी में घोलकर उबाल आने दें। स्वाद के लिए इलायची पाउडर डालें।
- छैना के गोलों को उबलती हुई चाशनी में धीरे से डालें। ढककर लगभग 10-15 मिनट तक पकाएं जब तक कि उनका आकार दोगुना न हो जाए।
- खीर मोहन को ठंडा होने दें। इन्हें केसर और कटे हुए पिस्ते या बादाम से सजाकर ठंडा-ठंडा परोसें।














