Hanuman Jayanti 2023 Special: हनुमान जयंती पर बजरंग बली को भोग लगाए मीठी बूंदी का, घर पर करे तैयार; Recipe
By: Priyanka Maheshwari Thu, 06 Apr 2023 10:22:59
मीठी बूंदी हमारे यहां का एक पारंपरिक मीठा व्यंजन है। हनुमान जयंती के पर्व पर बजरंग बली को भोग के लिए मीठी बूंदी का प्रसाद तैयार किया जा सकता है। मान्यता है कि मीठी बूंदी का भोग हनुमान जी को अतिप्रिय है, ऐसे में पूजा के दौरान राम भक्त को मीठी बूंदी का भोग लगाकर प्रसन्न किया जा सकता है। आप मीठी बूंदी को घर पर बेहद आसानी से तैयार कर सकते हैं। देसी घी में बनी मीठी बूंदी काफी स्वादिष्ट होती है और इसे कम वक्त में ही तैयार किया जा सकता है। आपने अगर पहले कभी मीठी बूंदी की रेसिपी घर पर नहीं बनाई है तो हमारी बताई रेसिपी की मदद से इसे तैयार कर सकते हैं।
सामग्री
बूंदी के लिए
1 कप बेसन
1/4 टी स्पून केसरिया रंग (खाने वाला)
1/4 टी स्पून बेकिंग सोडा
जरूरत के मुताबिक पानी
तलने के लिए देसी घी
चाशनी के लिए
डेढ़ कप चीनी
1/4 टी स्पून केसरिया रंग (खाने वाला)
2 इलायची
सवा कप पानी
बनाने का तरीका
- मीठी बूंदी बनाने के लिए सबसे पहले चीनी की चाशनी को तैयार कर ले।
- इसके लिए एक कड़ाही में 1 कप चीनी डालें।
- इसमें इलायची और डेढ़ कप पानी डालकर गैस पर मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें।
- इसे चम्मच की मदद से तब तक चलाते रहें जब तक कि चीनी पूरी तरह से पिघल न जाए।
- इसके बाद चाशनी को 5 मिनट तक उबालें और फिर फूड कलर डालकर अच्छे से मिक्स कर गैस बंद कर दें और अलग रख दें।
- अब बूंदी तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करें।
- बूंदी तैयार करने के लिए एक बड़े मिक्सिंग बाउलर में बेसन और फूड कलर डालकर अच्छे से मिक्स करें।
- इसके बाद बेसन में तीन चौथाई कप पानी डालकर धीरे-धीरे मिक्स करें।
- इसके बाद बैटर में बेकिंग सोडा डालकर 5 मिनट तक अच्छी तरह से फेंटे और घोल स्मूद बनाएं।
- इसके बाद एक कड़ाही में देसी घी डालकर गर्म करें।
- घी पिघलने के बाद बड़े झरिये की मदद से बेसन घोल से बूंदी बनाते हुए कड़ाही में डालें।
- बूंदी को कड़ाही में डालने के बाद इसे पलटते हुए तब तक तलें जब तक कि इसका रंग सुनहरा भूरा होकर कुरकुरी न हो जाए।
- इसके बाद बूंदी को कड़ाही से निकालकर अतिरिक्त घी कड़ाही में ही निकालें और बूंदी को चीनी की चाशनी में डालें और पूरी तरह से डुबोकर कम से कम 1 घंटे के लिए रखें।
- इससे बूंदी अच्छी तरह से चाशनी को अपने अंदर सोख लेगी। अब भोग के लिए मीठी बूंदी बनकर तैयार है।