यूरीनेशन से जुड़े इन लक्षणों को नजरअंदाज करना हो सकता हैं पुरुषों के लिए घातक, जानें इसके बारे में
By: Priyanka Maheshwari Sat, 27 Jan 2024 09:05:01
मानव शरीर को स्वस्थ रखना किसी चुनौती से कम नहीं हैं क्योंकि शरीर को आए दिन किसी ना किसी पोषक तत्व की कमी, अंगों की कार्यक्षमता में अंतर जैसी कई परेशानियां देखने को मिलती हैं जो आगे बढ़कर घातक रूप भी ले सकती हैं। इन बीमारियों के बढ़ने का मुख्य कारण होता हैं आपकी लापरवाही। जी हां, कई बार बीमारी के लक्षण दिखने के बाद भी उसे अनदेखा किया जाता हैं और फिर वह विक्राल रूप ले लेती हैं। ऐसा ही कुछ हैं पुरुषों में यूरीनेशन से जुड़ा हुआ जहां ध्यान नहीं देने पर यह घातक साबित होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको यूरीनेशन से जुड़े कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें नजरअंदाज करने की गलती पुरुषों को नहीं करनी चाहिए। आइये जानते हैं इसके बारे में...
यूरिन में इंफेक्शन
पुरुषों को डिस्यूरिया का पता लगाने के लिए कुछ खास लक्षणों पर गौर करना चाहिए। अगर डिस्यूरिया की समस्या पुरुषों में होती है तो उन्हें प्रोस्टेट से जुड़ी दिक्कतें होती हैं। इसमें स्वेलिंग हो सकती है, इजेक्यूलेशन के वक्त दर्द हो सकता है, यूरिन पास करते समय दर्द हो सकता है और बार-बार यूरिन आने की समस्या हो सकती है। इस तरह का अनुभव काफी दर्द भरा हो सकता है इसलिए अगर आपको भी संदेह हो कि आप इस बीमारी से ग्रसित हैं तो आपको बिना झिझक डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह समस्या काफी खतरनाक हो सकती है।
यूरीन में ब्लड
यदि किसी इंसान के पेशाब में खून आ रहा है तो उसे डॉक्टर से संपर्क करने में बिल्कुर देरी नहीं करनी चाहिए। ये ब्लैडर कैंसर, किडनी कैंसर या किडनी स्टोन (पथरी) का लक्षण हो सकता है। पहली बार पेशाब में खून आते ही मरीज को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
यूरीनेटिंग के समय दर्द या जलन
पेशाब करते वक्त दर्द, जलन या चुभन किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकते हैं। यह यूरीनरी ट्रैक्ट में इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है। हालांकि कई बार ऊतक की क्षति या कैंसर की वजह से भी ऐसा होता है। यदि आप लगातार इस तरह तरह के दर्द को महसूस कर रहे हैं तो आपको जरूर डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
बार-बार पेशाब आना
जब व्यक्ति ब्लैडर या मूत्राशय कैंसर का शिकार होता है तो बार-बार वॉशरूम जाता है। मूत्राशय के कैंसर के कारण पेशाब करने में दर्द और जलन की समस्या भी हो सकती है। जिन पुरुषों को मूत्राशय का कैंसर होता है उन्हें बार बार पेशाब आता है, जो काम पर होने पर परेशानी का सबब बन सकता है। अगर आपको पता है कि आप ब्लैडर कैंसर के शिकार हैं तो अपना इलाज गंभीरतापूर्वक कराएं और यदि आपको इस रोग के लक्षण नहीं दिख रहे हैं तो अपनी जांच कराएं।
यूरीनेटिंग में तकलीफ
यूरीनेशन में बदलाव के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। यूरीनरी फ्रीक्वेंसी, तुरंत पेशाब आना, पेशाब का दबाव या कमजोर यूरीनरी प्रवाह जैसे लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है। ये प्रोस्टेट से जुड़े बदलाव हो सकते हैं। कई मामलों में ये लक्षण न्यूरोलॉजिक डिसीज, डाइट या दवाओं से जुड़े भी हो सकते हैं।
प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटिजेन (PSA) लेवल
रेगुलर प्राइमरी केयर विजिट के हिस्से के रूप में आपको एक PSA टेस्ट के लिए भेजा जा सकता है। दरअसल PSA टेस्ट प्रोस्टेट कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए करवाया जाता है। आमतौर पर ब्लडस्ट्रीम में PSA का लेवल बहुत कम पाया जाता है। खून में PSA के लेवल में बदलाव से डॉक्टर्स बीमारी को पकड़ पाते हैं।
यूरिन का रूकना
गुर्दे यूरिन बनाते हैं और जब वे कम यूरिन बनाते हैं, तो इसकी वजह से वो रुक-रुककर बाहर आता है। इसका मतलब ये संकेत है कि ऐसे व्यक्ति के गुर्दे खराब हो गए हैं या हो रहे हैं।
अंडकोष में दर्द
अंडकोश में किसी भी तरह का दर्द या गांठ होने पर भी इसकी जांच यूरोलॉजिस्ट एक्सपर्ट से कराई जानी चाहिए। यदि इसे समय रहते पहचान लिया जाए तो इसका इलाज संभव है। इसकी जांच कराने में बिल्कुल देरी ना करें। यदि आपको ऊपर बताए तमाम लक्षण महसूस होते हैं तो इनकी फौरन जांच कराएं।