आज से ही बदल डालें खड़े होकर भोजन करने की आदत, यहां जानें इससे होने वाले नुकसान
By: Ankur Sat, 17 Sept 2022 3:57:20
आजकल शादी-समारोह में बफर सिस्टम बहुत देखने को मिलता हैं जहां खड़े होकर भोजन किया जाता हैं। यह अब बेहद आम हो चुका हैं। वहीँ कई लोग अपने काम पार जाने की जल्दी या किस अन्य कारणों के चलते घर पर भी खड़े-खड़े ही खाना खा लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसे किया गया भोजन आपके लिए सजा बन सकता हैं। जी हां, इस तरह खाना खाने की वजह से सेहत पर बुरे प्रभाव पड़ते हैं। अगर समय रहते अपनी इस आदत को दूर नहीं किया गया तो तो भविष्य में आपको इसके लिए पछताना पड़ सकता है। आज इस कड़ी में हम आपको खड़े होकर भोजन करने से होने वाले नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं...
# पाचनतंत्र पर प्रभाव
खड़े होकर खाना खाने पर सबसे अधिक तो हमारा पाचनतंत्र ही प्रभावित होता है क्योंकि ऐसे खाने से खाना अक्सर पेट तक सही ढंग से नहीं पहुंच पाता है। अधिकतर वे लोग खड़े होकर खाना खाते हैं जो कि जल्दबाजी में होते हैं। ऐसे में जबतक यह ठीक से पेट तक नहीं पहुंचता है तो यह पच नहीं पाता है और पेट में गैस और भारीपन की समस्याएं होनी लगती है जो कि रात के समय तो अधिकतर परेशान करती है। जब हम खड़े होकर भोजन करते हैं तो उस समय हमारी आंते सिकुड़ जाती हैं और भोजन ठीक से नहीं पच पाता है। इसका असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है और हमें अपच, कब्ज, एसिडिटी की समस्या होती है। कई बार बेचैनी भी महसूस होती है।
# पॉश्चर बिगड़ता है
खड़े होकर खाने के दौरान हम बहुत ज्यादा झुकते हैं, साथ ही में खुद को रिलैक्स करने के लिए शरीर के किसी एक हिस्से पर जोर देते हैं। रोज ऐसा करने से इसका असर रीढ़ की हड्डी पर होने लगता है। वहीं बैठकर खाना खाने से बॉडी पॉश्चर में सुधार होता है। इसके अलावा नीचे बैठकर खाना खाने से शरीर में खून का बहाव भी अच्छा होता है। क्रॉस-लेग्स बैठने पर नसों का खिंचाव दूर होता है और वह ज्यादा रिलैक्स होती हैं।
# मोटापा बढ़ना
व्यक्ति जब जल्दबाजी में खड़े-खड़े खाता है तो कई बार तो उसे सूध तक नहीं होती है कि उसने कितना खा लिया, ऐसे में कई बार खाने का सेवन अधिक भी हो जाता है और जब पेट में भारीपन लगता है तो वो फूला हुआ ही रहता है, ऐसे में बॉडी में फैट जमने लगता है जो कि मोटापे का कारण बनता है। वजन को संतुलित रखने के लिए बहुत आवश्यक है कि आपकी खाने-पीने की आदतें ठीक रहे।
# आहार नली पर पड़ता है प्रभाव
अपनी खाने की आदत को इस तरह से बदल डालने पर हमारी आहार नली पर गलत प्रभाव पड़ता है। नली यदि ब्लॉक हो जाती है तब तो समस्या और भी बढ़ जाती है पर इस तरह खाना खाने से भोजन अटकना और ठसका लगने की समस्या अधिकतर होती है। कई बार नली के क्षतिग्रस्त होने से खाना पेट तक नहीं पहुंच पाता है और यह नली में ही सड़ने लगता है जिससे कि गैस बनने लगती है।
# शरीर होता है कमजोर
खाना जब पेट तक पहुंच नहीं पाता है तो तय बात है कि शरीर को पूरे पोषण तत्व भी नहीं मिल पाते हैं। पोषण तत्व नहीं मिलते हैं तो शरीर और मस्तिष्क का संतुलन भी ठीक से नहीं बन पाता है। ऐसे में व्यक्ति चिड़चिड़ा होने लगता है और समय के साथ शरीर में कमजोरी और अनिद्रा जैसी समस्याएं भी होती हैं इसलिए भोजन के पूरे पोषण तत्व लेने के लिए भी बहुत जरूरी है कि खाना बैठकर ही खाया जाए।
# खाना खाने का सही तरीका
खाना हमेशा जमीन पर पालथी लगाकर खाना चाहिए। साथ ही छोटे-छोटे निवाले को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए। दरअसल खाना ही हमारे शरीर को जीने की शक्ति प्रदान करता है। हमारे पूर्वजो नें जमीन पर पालथी लगाकर खाना खाने की जो परंपरा बनाई थी, उसके पीछे कोई गहरी सोच थी। जब पालथी लगाकर जमीन पर हम बैठते हैं तो एक विशेष योगासन की अवस्था में होते हैं, जिसे सुखासन कहा जाता है।सुखासन से स्वास्थ्य संबंधी वे सभी लाभ प्राप्त होते हैं जो पद्मासन से प्राप्त होते हैं। पाचन क्रिया दुरुस्त होती है, मन एकाग्र रहता है और खाने के पोषक तत्व हमारे शरीर में ठीक से पहुंचते हैं। इससे पेट भी भरता है और संतुष्टि भी मिलती है।