क्या आपको पता है कैसे बनते है आपके पसंदीदा उत्पाद?
By: Kratika Wed, 04 Oct 2017 10:44:04
क्या आप जानते है ? आप जितने भी सौंदर्य उत्पाद से लेकर जूते , चपलो तक की फैशन वैराइटिया पहनते है वह कहा से तैयार होता है। इन सब उत्पादों को तैयार करने के लिये कई जानवरो की निर्मम हत्या की जाती है। जिस्सके बाद यह उत्पाद बनते है। तो आइये जानते है किन जानवरो से क्या क्या बनता है।
1. वन बिलाव -
इस वन बिलाव से मस्क परफयूम तैयार किया जाता है। वन बिलाव
को छोटे से पिंजरे में ठूंस दिया जाता है. पिंजरा इतना छोटा है कि बिलाव
उसमें अपना सिर भी नहीं उठा पाता। हर
दस दिन में उस पर कोड़े बरसाए जाते हैं, क्योंकि इसी तकलीफ में उसके शरीर
से कस्तूरी रिसती है। जो उसके शरीर से लगे पाउच में जमा होती है। फिर उसके
शरीर में लगे इस पाउच को फाड़कर कस्तूरी निकाली जाती है। ऐसा हर दस दिन में
तब तक होता है जब तक वो जानवर मर नहीं जाता। वो अपनी औसत उम्र की एक चौथाई
जिंदगी ही जी पाता है।
2. खरगोश -
इसमें खरगोश का सिर एक खांचे में बांध दिया जाता है, जिससे उसकी आंख निकल आती है। उसके ऊपर शैम्पू की बूंदें गिरती रहती हैं। तकलीफ में खरगोश जोर-जोर से चिल्लाता है। वो खांचे से निकलने की कोशिश में ताकत लगाता है। हर साल शैम्पू के कारोबार के लिए करीब एक लाख खरगोश अपनी आंखें गंवा देते हैं।
3. कस्तूरी हिरन -
छोटा, कमजोर सा कस्तूरी हिरन हिमालय की वादियों में झांसा देकर जाल में फंसाया जाता है। इस जाल में फंसकर वो हिरन जान गंवा देता है। उस हिरन के पेट में लगी थैली में कस्तूरी होती है तो उसे निकाल ली जाती है।
4. सांप ,मगरमच्छ , छिपकली -
सांप की चमड़ी, मगरमच्छ की चमड़ी या छिपकली की
चमड़ी को निकालने के लिए, मगरमच्छ को
पकड़कर उसकी गर्दन पर वार करके घायल किया जाता है, ताकि उसकी रीढ़ की
तंत्रिका का बाकी शरीर से संपर्क खत्म हो जाए. फिर उसकी पेट की तरफ की
चमड़ी इस्तेमाल के लिए उधेड़ ली जाती है. और घायल मगरमच्छ को वापस पानी में
छोड़ दिया जाता है। इसके इस्तमाल से कई जूतों की डिजाइन त्यार करने में
उपयोग किया जाता है।सांप की चमड़ी उस वक्त इस्तेमाल के लिए ज्यादा अच्छी
होती है जब जिंदा सांप
की खाल उधेड़ ली जाए। इसके लिए सांप के सिर में कील चुभाकर उसे पेड़ से
लटकाया जाता है. फिर उसकी पूंछ को पैर से दबाकर चाकू से उसकी चमड़ी उधेड़ी
जाती है। यही हाल छिपकलियों का होता है।
5. गायें, भैंसें,कुत्ते -
इन सब जानवरो की खाल से मुलायम जूते बनते हैं। इन सब जानवरो को मारकर उनकी खाल निकाली जाती है। यहां तक कि आवारा कुत्तों को भी मारकर उनकी खाल निकाली जाती है।
6. गर्भवती घोड़ी -
गर्भवती घोड़ियों से एस्ट्रोजेन नाम का हार्मोन निकाला जाता है ताकि कॉस्मेटिक का सामान बन सके। इसके लिए घोड़ी को हमेशा गर्भवती रखा जाता है, ताकि उसके पेशाब में एस्ट्रोजेन आता रहे। फिर उसे हमेशा कैद रखा जाता है। जब ये घोड़ियां किसी काम की नहीं रह जातीं, तो उन्हें मेडिकल रिसर्च के लिए बेच दिया जाता है।
7. सीप -
सीप के अंदर जब एक कंकड़ के इर्द-गिर्द पेशियों का घेरा बनता है, तो ये घेरा सीप की तकलीफ कम करने के लिए बनता है। इस दर्द से एक मोती तैयार होता है। जब मोतियों का कारोबारी उत्पादन किया जाता है तो सीप की जीभ फाड़कर उसमें कंकड़ घुसाया जाता है। जब तक मोती तैयार नहीं होता, तब तक सीप भयंकर दर्द झेलती है। फिर मोती निकालने के लिए उसे मार दिया जाता है।