90 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस शिल्पा शिरोडकर COVID-19 का शिकार हो गई हैं। ‘बिग बॉस 18’ में मजबूत चुनौती पेश करने वालीं शिल्पा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी देते हुए फैंस को सुरक्षित रहने की सलाह दी है। इस खबर से फैंस चिंतित हैं। फिल्म इंडस्ट्री के साथियों ने भी उनके जल्द ठीक होने की कामना की है। शिल्पा ने आज सोमवार (19 मई) को इंस्टाग्राम पर अपनी सेहत के बारे में अपडेट दी।
एक नोट में उन्होंने लिखा, “नमस्ते दोस्तों! मैं कोविड पॉजिटिव पाई गई हूं। आप लोग सेफ रहें और मास्क जरूर पहनें।” यह खबर सामने आने के बाद शिल्पा के फैंस और शुभचिंतक उनके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं। उनकी बहन एक्ट्रेस नम्रता शिरोडकर ने भी उनके जल्द ठीक होने की कामना की है। एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने कमेंट कर लिखा, “हे भगवान! अपना ख्याल रखना शिल्पा…जल्दी ठीक हो जाओ।” निकी वालिया ने कमेंट किया, “आप जल्दी रिकवर हो जाओ।”
‘बिग बॉस 18’ में उनकी को-कंटेस्टेंट रहीं एक्ट्रेस चुम दरांग ने 'गेट वेल सून' लिखा। शिल्पा ने विजेता करणवीर मेहरा और चुम के साथ अपनी दोस्ती बनाए रखी है और वे एक-दूसरे से मिलते रहते हैं। चुम ने हाल ही में अपने घर पर आयोजित एक गेट टूगेदर की तस्वीरों की एक सीरीज पोस्ट की। इस समारोह में शिल्पा भी शामिल हुई थीं। बता दें शिल्पा ने 1989 से 2000 तक कई फिल्मों में काम किया।
वह इस दौरान सभी टॉप एक्टर्स के साथ नजर आईं। साल 2000 में उन्होंने अपरेश रंजीत से शादी की जिनसे उनकी एक बेटी है। फिर 13 साल के अंतराल के बाद उन्होंने ‘एक मुट्ठी आसमान’ (2013) शो से वापसी की और बाद में ‘बिग बॉस’ में भाग लिया। उनकी बहन नम्रता की शादी साउथ अभिनेता महेश बाबू से हुई है।
शेखर सुमन के बड़े बेटे आयुष का 11 साल की उम्र में ही हो गया था निधन
एक्टर शेखर सुमन कई सालों से मनोरंजन जगत में सक्रिय हैं। उन्होंने छोटे और बड़े दोनों पर्दों पर अपना एक्टिंग हुनर दिखाया है। शेखर का बड़ा बेटा आयुष एक गंभीर बीमारी के चलते सिर्फ 11 साल की उम्र में दुनिया छोड़ गया था। इस बीच शेखर ने कनेक्ट एफएम कनाडा के साथ एक इंटरव्यू में आयुष के साथ दिल दहला देने वाले पलों को याद किया। शेखर ने कहा कि एक निर्देशक ने आयुष की गंभीर हालत के बावजूद मुझे शूटिंग करने के लिए कहा।
जब मैं जाने लगा तो आयुष ने मेरा हाथ पकड़ लिया और कहा था, 'पापा, आज मत जाइए, प्लीज।' मैंने उससे कहा कि मैं जल्दी वापस आऊंगा। आयुष की मौत के बाद मेरी आस्था में कमी आ गई। दुख में मैंने अपने घर का मंदिर बंद कर दिया और सभी मूर्तियां हटा दीं। अब मैं ऐसे भगवान पर विश्वास नहीं कर सकता, जिसने मेरे मासूम बच्चे को छीनकर मुझे इतना दुखी कर दिया। आयुष का दर्द इतना ज्यादा था कि मेरी पत्नी ने भी उसके दर्द से मुक्ति के लिए प्रार्थना की। मैं अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ हूं और हर दिन आयुष के बारे में सोचता हूं।
शेखर ने पहले भी आयुष के बारे में बताया था कि साल 1989 में जब उन्हें पता चला कि वह गंभीर रूप से बीमार है, तो उन्हें किस तरह के संघर्ष का सामना करना पड़ा। वे आयुष को इलाज के लिए लंदन ले गए, लेकिन ये हो न सका। दुनियाभर के बड़े डॉक्टरों से परामर्श करने और बौद्ध धर्म में लीन होने के बावजूद शेखर ने इस दर्दनाक सच्चाई को स्वीकार कर लिया कि चमत्कार हमेशा नहीं होते हैं। उल्लेखनीय है कि शेखर के छोटे बेटे अध्ययन सुमन भी एक्टर हैं।