सलमान खान की पिछली फिल्म ‘सिकंदर’ दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। बॉक्स ऑफिस पर फिल्म का प्रदर्शन औसत रहा और पब्लिक का रिस्पॉन्स भी ठंडा था। ऐसे में बॉलीवुड के भाईजान अब अपने करियर के इस मोड़ पर कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। सलमान अब बेहद सोच-समझकर फिल्मों का चुनाव कर रहे हैं और इंडस्ट्री में चर्चा है कि उन्होंने अपनी फीस स्ट्रक्चर में भी बदलाव किया है। अब वे ‘फ्रंट एंड फीस मॉडल’ पर काम करना चाह रहे हैं, यानी फिल्म बनने से पहले ही तय रकम ले लेंगे, चाहे फिल्म चले या ना चले।
यह बदलाव केवल एक वित्तीय निर्णय नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि सलमान अब सिर्फ अपनी स्टार पॉवर के दम पर नहीं, बल्कि कंटेंट और बिजनेस मॉडल को ध्यान में रखकर आगे बढ़ना चाहते हैं। 'टाइगर 3' के बाद से सलमान खान को लेकर यह ट्रेंड और भी साफ दिखाई दे रहा है। अब वे केवल उन्हीं फिल्मों में दिलचस्पी ले रहे हैं जो उनके लिए फायदे का सौदा साबित हों और जो प्रोड्यूसर भी प्रॉजेक्ट को सीमित बजट में बना सके।
‘India’s Most Fearless’ पर आधारित फिल्म में बनेंगे आर्मी ऑफिसर
सलमान खान ने हाल ही में अपूर्व लखिया की एक नई फिल्म को साइन किया है, जो गलवान घाटी में हुए भारत-चीन विवाद पर आधारित है। यह फिल्म पत्रकार शिव अरूर और राहुल सिंह की किताब India’s Most Fearless 3 पर आधारित होगी। खास बात यह है कि इस फिल्म में सलमान पहली बार एक आर्मी ऑफिसर के रोल में नजर आएंगे। ये रोल उनके करियर का एक नया एक्सपेरिमेंट होगा, जिसमें उन्हें फुल आर्मी गेटअप में देखा जाएगा। यह फिल्म जुलाई 2025 से फ्लोर पर जाएगी और इसे एक कंट्रोल्ड बजट में शूट किया जाएगा, ताकि प्रॉफिट मार्जिन अधिक रहे।
फिल्म में सलमान के साथ तीन यंग एक्टर्स को भी कास्ट किया जाएगा। यह रणनीति यंग ऑडियंस को जोड़ने के मकसद से अपनाई जा रही है। सलमान की टीम जानती है कि अब अकेली स्टार पावर नहीं, बल्कि कहानी और प्रेजेंटेशन ही फिल्म को हिट बनाते हैं।
कई बड़े प्रोजेक्ट्स को किया रिजेक्ट, क्यों?
अपूर्व की फिल्म को साइन करने से पहले सलमान खान को यशराज फिल्म्स (YRF) की एक फिल्म का ऑफर मिला था, जिसे अली अब्बास ज़फर निर्देशित करने वाले थे। हालांकि, सलमान ने इस प्रोजेक्ट के लिए हामी नहीं भरी। सूत्रों के मुताबिक, यह फिल्म बड़े स्केल पर बन रही थी, लेकिन उसका बजट और मुनाफे की संभावनाएं सलमान की नई नीति के अनुरूप नहीं थीं।
इसी तरह, कबीर खान ने भी सलमान को एक स्क्रिप्ट ऑफर की है, जिसमें उनका किरदार एक 'लार्जर दैन लाइफ' हीरो का होगा। पर इस फिल्म पर भी अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर सबकुछ सही रहा तो सलमान जुलाई से अक्टूबर के बीच गलवान घाटी वाली फिल्म की शूटिंग करेंगे और उसके बाद नवंबर से कबीर खान की फिल्म पर काम शुरू करेंगे।
‘गंगाराम’ भी गई ठंडे बस्ते में
‘सिकंदर’ के कमजोर प्रदर्शन के बाद सलमान ने कई पुरानी घोषणाओं पर भी दोबारा विचार करना शुरू कर दिया है। संजय दत्त के साथ उनकी फिल्म ‘गंगाराम’ की घोषणा खुद सलमान ने की थी, लेकिन अब वह प्रोजेक्ट फिलहाल के लिए रोक दिया गया है। इसकी एक बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि सलमान अब ऐसी फिल्में करना नहीं चाहते जो उन्हें लेकर बनी फैन्स की उम्मीदों पर खरी न उतरें।
अब सलमान करेंगे 'सिर्फ सेफ गेम'
सलमान खान की मौजूदा रणनीति साफ है—अब वे केवल उन्हीं फिल्मों का हिस्सा बनेंगे, जो उन्हें न केवल एक्टिंग के लिहाज़ से संतुष्टि दें, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी सुरक्षित और फायदेमंद साबित हों। फ्रंट एंड फीस मॉडल अपनाकर वे न केवल अपने रेवेन्यू को सुरक्षित कर रहे हैं, बल्कि फिल्म की कमर्शियल प्लानिंग को भी कंट्रोल में रख रहे हैं।
ऐसे में आने वाले साल सलमान खान के लिए बेहद अहम होने वाले हैं। क्या उनकी यह नई रणनीति उन्हें फिर से बॉलीवुड का नंबर वन सुपरस्टार बना पाएगी? इसका जवाब तो आने वाले महीनों में मिलेगा, लेकिन इतना तय है कि सलमान अब ‘स्क्रिप्ट और स्ट्रेटेजी’ दोनों पर काम कर रहे हैं।