जुलाई का महीना इस बार सिर्फ बारिश ही नहीं, ग्रहों की हलचलों से भी भरा रहने वाला है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह महीना बेहद खास और असरदार साबित हो सकता है, क्योंकि इस दौरान कुल 6 ग्रह अपनी चाल और राशि बदलने जा रहे हैं। शनि वक्री होंगे, गुरु उदय होंगे, और सूर्य, बुध, शुक्र व मंगल—ये सभी प्रमुख ग्रह अपनी स्थितियों में बड़ा बदलाव लाएंगे। ऐसे में आम लोगों की जिंदगी से लेकर देश-दुनिया की राजनीति और मौसम तक पर इसका गहरा असर देखने को मिल सकता है। आइए जानते हैं इस जुलाई, ग्रहों की चाल से क्या-क्या बदल सकता है…
गुरु उदय – 9 जुलाई को मिलेगा आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार
बुध की राशि मिथुन में 9 जुलाई बुधवार की रात 10:50 पर देव गुरु बृहस्पति उदय होंगे। गुरु को सभी देवों का गुरु और शुभता के कारक माना जाता है। इस उदय का प्रभाव शिक्षा, विवाह, नौकरी और धार्मिक कार्यों पर शुभ हो सकता है। इस दिन खास पूजा-पाठ और गुरु के नाम का स्मरण लाभकारी माना जाता है।
शनि वक्री – 13 जुलाई को न्याय के देवता मोड़ेंगे चाल
13 जुलाई रविवार की सुबह 7:24 पर शनि मीन राशि में वक्री होंगे। यह बदलाव विशेष रूप से कर्म, न्याय और संघर्ष से जुड़े मामलों में गहराई लाएगा। जीवन में अटकी योजनाएं फिर से गति पकड़ सकती हैं या कोई पुरानी गलती सामने आ सकती है।
सूर्य गोचर – 16 जुलाई को कर्क में आएंगे ‘राजा ग्रह’
सूर्य 16 जुलाई को शाम 5:17 बजे कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन संक्रांति मानी जाएगी और गंगा-स्नान जैसे धार्मिक कार्यों का विशेष महत्व रहेगा। सूर्य का यह गोचर सत्ता, राजनीति और प्रशासनिक निर्णयों में बदलाव लाएगा।
बुध वक्री और अस्त – 18 और 24 जुलाई को संभलकर बोलें और सोचें
18 जुलाई को बुध कर्क राशि में वक्री होंगे और 24 जुलाई को वहीं अस्त हो जाएंगे। इन दो घटनाओं का असर संवाद, तकनीक, शिक्षा और संचार माध्यमों पर देखने को मिलेगा। इस दौरान गलतफहमियों और टेक्नोलॉजिकल गड़बड़ियों से बचने की सलाह दी जाती है।
शुक्र गोचर – 26 जुलाई को प्रेम और रिश्तों में नई ऊर्जा
26 जुलाई शनिवार को सुबह 8:45 बजे शुक्र मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर प्रेम संबंधों, कला, मनोरंजन और भौतिक सुख-सुविधाओं में सकारात्मक बदलाव लाएगा। शादी और रिश्तों से जुड़े मामलों में निर्णय लेने का यह अच्छा समय साबित हो सकता है।
मंगल गोचर – 28 जुलाई को साहस और ऊर्जा का होगा संचार
28 जुलाई सोमवार की शाम 7:02 बजे मंगल ग्रह कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल को युद्ध और पराक्रम का प्रतीक माना जाता है। यह गोचर साहस, कर्ज, संपत्ति और नेतृत्व क्षमता को प्रभावित करेगा।
देश-दुनिया पर असर – राजनीति से लेकर मौसम तक बदल सकता है मिजाज
इन ग्रहों की एक साथ होने वाली हलचलें केवल व्यक्तिगत जीवन ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी बड़ा असर छोड़ सकती हैं। राजनीतिक अस्थिरता, कूटनीतिक उलझनें, भारी वर्षा और प्राकृतिक आपदाएं कुछ ऐसे संकेत हैं जो इन परिवर्तनों के साथ जुड़ सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पंचांग आधारित जानकारी पर आधारित है। किसी विशेष निर्णय या अनुष्ठान से पहले योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।