यह तो हम सभी जानते है कि सिगरेट पीना सेहत के लिए नुकसानदायक है। सिगरेट के धुएं में मौजूद कार्बन मोनोऑक्साइड हमारे ब्लड में ऑक्सीजन लेवल को कम कर देती है। जिससे शरीर के सभी अंगों को भारी नुकसान हो सकता है। ऐसा ही कुछ साउथ अफ्रीका की रहनेवाली एक 48 वर्षीय महिला के साथ भी हुआ। सिगरेट पीने की वजह से इस महिला की उंगलियां झड़ रही हैं। खास बात ये है कि इसका कोई इलाज भी नहीं है। पहले तो महिला की उंगलियों का रंग पर्पल से काला हो गया। फिर उंगलियां गलने लगी। महिला का नाम मेलिंडा जानसेन वैन वुरेन है।
महिला ने कहा कि साल 2021 के अक्टूबर से ही उसके हाथों में बदलाव आने लगे थे। पहले तो उसके हाथों को तपमान में बदलाव को सहने में दिक्कत होने लगी और वो नरम पड़ने लगे। उसके बाद उंगलियां काली पड़ने लगी। डॉक्टर ने जांच की और पाया कि उनकी उंगलियों में ये बदलाव स्मोकिंग की वजह हो रही है। खास बात ये है कि ये बीमारी बहुत ही दुर्लभ है। जिसमें छोटे और मध्यम ब्लड वेसल्स में खून का थक्का बनने लगता है और वो सूज जाते हैं।
दिनभर में पीती थी 15 सिगरेटमेलिंडा को जब पता चला कि ये सब स्मोकिंग की वजह से हो रहा है तो उन्होंने सिगरेट पीना छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि वो 13 साल की उम्र से ही स्मोकिंग कर रही थीं। वह दिनभर में 15 सिगरेट पी जाती थीं। स्मोकिंग छोड़ने के बाद भी उनकी उंगलियां झड़ती जा रही हैं। उनकी दाहिने हाथ की 3 उंगलियों के ऊपरी हिस्से और बाएं हाथ की एक उंगली झड़ चुकी है।
मेलिंडा ने कहा- 'मैं अपने हाथों का इस्तेमाल नहीं कर पा रही हूं। मैं खाना नहीं बना पा रही हूं। साफ-सफाई करना, बालों में कंघी करना, नहाना, इनमें से कोई भी काम मैं नहीं कर पा रही हूं। मुझे दर्द से राहत नहीं मिल रहा है।'
मेलिंडा कहती हैं- 'मैं पर्सनल असिस्टेंट और एक क्वालिफाइड नेल टेक्नीशियन हूं। मैं अपने हाथों के काम के लिए जानी जाती थी लेकिन अब मैं वो नहीं कर सकती हूं। मैं पिछले अक्टूबर से लिख भी नहीं पा रही हूं।'
डॉक्टरों ने कहा कि इसका कोई इलाज नहीं है। उन्हें एक-एक कर के उंगलियों के गिरने का इंतजार करना पड़ रहा है। डॉक्टरों ने उंगलियों के खुद-ब-खुद झड़ने का तरीका अपनाया है। मेलिंडा ने कहा कि ये मेरे जीवन का सबसे चैलेंजिंग स्टेज है। इस बीमारी से मुकाबला करते हुए यहां तक पहुंचने में मैंने आंसूओं और बड़ी हिम्मत से काम लिया है। मेलिंडा अब लोगों को सिगरेट न पीने की सलाह दे रही हैं। ताकि किसी दूसरे के साथ ऐसा ना हो।