स्वतंत्रता दिवस विशेष : आजादी के बाद मिसाइल से लेकर मंगल तक पहुंचा देश

भारत को आजादी के 71 साल पूरे होने जा रहे हैं। आजादी के बाद से देश में कई बड़े बदलाव आए हैं। आजादी के बाद से देश हमेशा तरक्की की ओर अग्रसर ही रहा हैं। खासकर विज्ञान के क्षेत्र में। जी हाँ, अज विज्ञान के क्षेत्र में देश को पूरे विश्व में जाना जाता हैं। आज हमारा देश विज्ञान के क्षेत्र के सबसे उन्नत राष्ट्रों में से एक हैं। आ हम आपको आजादी के बाद से अंतरिक्ष तकनीक में आए बदलावों के बारे में बताने जा रहे हैं।तो आइये जानते हैं किस तरह से आजादी से लेकर अब तक देश ने प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष के क्षेत्र में तरक्की की हैं।

रक्षा तकनीक और अंतरिक्ष तकनीक पर करीब– करीब शून्य आत्मनिर्भरता के बावजूद, आज हम इस क्षेत्र के सबसे उन्नत राष्ट्रों में से एक हैं। वर्ष 1975 में भारत ने पहले अंतरिक्ष उपग्रह का डिजाइन तैयार किया था। इस उपग्रह का नाम महान भारतीय ज्योतिषाचार्य और गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था। इसके अलावा मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंचने वाला भारत दुनिया का चौथा देश और अपने पहले ही प्रयास में सफल रहने वाला पहला देश बन चुका है।

भारत ने अपने पहले ही प्रयास में चंद्रमा की पड़ताल के लिए भेजे जाने वाले चंद्रयान को लॉन्च करने में सफलता अर्जित की और चंद्रमा की मिट्टी में पानी के कणों की मौजूदगी की खोज भी की। घरेलू संचार के लिए उपग्रह विकसित करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। इन सभी कार्यों का श्रेय भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) को जाता है।