नई दिल्ली। दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर देश की पहली रैपिड रेल शनिवार से आम लोगों के लिए शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। पहले फेज में यह ट्रेन साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक 17 किमी के रूट पर चलाई जाएगी। इस रूट पर साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन यानी कुल 5 स्टेशन बनाए गए हैं। 21 अक्टूबर को सुबह 6 बजे से इस रूट पर आम लोगों का संचालन शुरू हो गया है। लोगों को हर 15 मिनट पर यह ट्रेन मिलेगी।
रैपिड रेल में क्या होंगी सुविधाएं?यह ट्रेन दिखने में काफी आकर्षक है। इसमें यात्रियों की सुविधाओं का काफी ध्यान रखा गया है। पूरी ट्रेन में ऐसी होने के साथ ये लंबे सफर के लिए यात्रियों के लिए आरामदायक सीट लगाई गईं हैं। इस ट्रेन के अंदर कॉरिडोर में भी अच्छा खासा स्पेस दिया गया है। 2×2 ट्रांसवर्स सीट, खड़े होकर यात्रा करने के लिए पर्याप्त स्थान, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप / मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप, जैसी कई सुविधाएं होंगी।
कितना होगा किरायाइस ट्रेन आम लोगों के लिए दो क्लास में सुविधा दी जाएगी- पहली साधारण और दूसरी प्रीमियम क्लास। ट्रेन के स्टैंडर्ड कोच का न्यूनतम किराया 20 रुपये होगा। इस कोच में गाजियाबाद से गुलधर और दुहाई तक का सफर 20 रुपये में किया जा सकेगा। वहीं साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक यात्रा करने के लिए यात्रियों को 50 रुपये चुकाने होंगे। प्रीमियम श्रेणी के कोच में उसी रूट का किराया 100 रुपये होगा। 21 अक्टूबर की सुबह 6 बजे से यात्री रैपिडएक्स ट्रेन में सफर कर सकते हैं। रैपिडएक्स सुबह 6 बजे लेकर रात 11 बजे तक चलेगी। 90 सेंटीमीटर तक ऊंचाई वाले बच्चे अपने परिजनों के साथ मुफ्त सफर कर सकेंगे। हर यात्री अपने साथ 25 किलोग्राम तक का लगेज ले जा सकेगा।
2024 तक पूरा होगा दूसरा फेजइस ट्रेन का दूसरा फेज मार्च 2024 तक पूरा होगा। इस प्रोजेक्ट के दूसरे फेज को साहिबाबाद से मेरठ के बीच शुरू किया जाएगा। जबकि तीसरे फेज में यह मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां चलेगी। इस काम को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह रूट 82 किलोमीटर का होगा। बता दें कि पीएम मोदी ने 8 मार्च 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी।
17 किमी. की यात्रा 15-17 मिनट मेंरैपिड-एक्स ट्रेन शनिवार से यात्रियों के लिए शुरू हो जाएगी। पहले चरण में यह गाजियाबाद से दुहाई तक चलेगी। इसका किराया 50 से 100 रुपए तक है। ट्रेन 17 किलोमीटर का सफर 15 से 17 मिनट में पूरा करेगी। पूरी तरह ऑपरेशनल होने के बाद इसकी रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। ट्रेन हर स्टेशन पर 30 सेकेंड रुकेगी। आने वाले समय में दिल्ली-मेरठ के बीच ट्रेन 5 से 10 मिनट के बीच मिला करेगी। इसमें करीब आठ लाख लोग रोजाना यात्रा कर सकेंगे।
इसमें दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर कॉरिडोर और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर शामिल है। इसमें दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस पर ही करीब 30 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। यह गाजियाबाद, मुरादनगर और मोदीनगर के शहरी केंद्रों से गुजरते हुए एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली को मेरठ से जोड़ेगा।
ड्राइवर समेत तमाम कर्मचारी महिलाएंपीएम मोदी ने कहा, मैंने बचपन रेलवे प्लेटफॉर्म पर बिताया है। आज रेलवे का रूप मुझे सबसे ज्यादा आनंदित करता है। हमारे यहां नवरात्र में शुभकार्य की परंपरा है। देश की पहली नमो भारत ट्रेन को आज मां कात्यायनी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। इस ट्रेन में ड्राइवर से लेकर तमाम कर्मचारी महिलाएं हैं। यह भारत की नारी शक्ति के बढ़ते कदम का प्रतीक है।
वंदे भारत से कितनी अलग है नमो भारत—वंदे भारत की अधिकतम स्पीड 180, जबकि नमो भारत की 160 किलोमीटर प्रति घंटे है।
—वंदे भारत लंबी दूरी की, जबकि नमो भारत फिलहाल छोटी दूरी की ट्रेन है।