महाकुंभ मेले से चर्चित हस्तियां हुईं गायब, दुखी मन से लौटे हर्षा और IITian बाबा अभय; क्या है वजह?

महाकुंभ मेले में चर्चित रहे आईआईटियन बाबा अभय सिंह और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हर्षा रिछारिया ने मेला क्षेत्र को छोड़ दिया। हर्षा ने रोते हुए महाकुंभ से जाने का कारण साझा किया, जबकि बाबा अभय का अचानक जाना कई सवाल खड़े कर रहा है।

हर्षा रिछारिया: साध्वी बनने का सपना टूटा


उत्तराखंड निवासी और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हर्षा रिछारिया महाकुंभ में सनातन धर्म से जुड़ने और साध्वी बनने की इच्छा से आई थीं। भगवा वस्त्र धारण कर मेला क्षेत्र में भ्रमण करते हुए उन्होंने सनातन संस्कृति के महत्व पर कई वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए। हालांकि, हर्षा का एक भावुक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि संत आनंद स्वरूप ने उन्हें धर्म से जुड़ने का मौका नहीं दिया। उन्होंने कहा, मैंने कोई गलती नहीं की, फिर भी मुझे टारगेट किया गया। अब यहां नहीं रह सकती। संत आनंद स्वरूप ने हर्षा पर धर्मद्रोह का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने झूठ परोसा। संत ने यह भी कहा कि अगर हर्षा प्रायश्चित करते हुए माफी मांगें, तो उन्हें एक आम भक्त की तरह रहने दिया जाएगा।

आईआईटियन बाबा अभय सिंह: पारिवारिक मोह या प्रसिद्धि का प्रभाव?

आईआईटी मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक कर चुके और कनाडा में लाखों के पैकेज पर काम करने वाले अभय सिंह ने आध्यात्मिक जीवन अपनाकर जूना अखाड़े से जुड़ाव किया। महाकुंभ में उनकी मौजूदगी ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। हालांकि, बाबा अभय अचानक मेला क्षेत्र से चले गए। उनके गुरु सोमेश्वर पुरी महाराज ने कहा कि उन्हें बाबा के जाने का कारण नहीं पता। कुछ साधुओं का मानना है कि प्रसिद्धि ने बाबा पर प्रभाव डाला और इससे अखाड़े की छवि प्रभावित हो सकती थी।

क्या है आगे की स्थिति?

हर्षा और बाबा अभय का महाकुंभ से जाना कई विवाद और सवाल खड़े कर रहा है। जहां हर्षा ने संतों के व्यवहार पर सवाल उठाए, वहीं बाबा का पारिवारिक मोह या प्रसिद्धि के प्रभाव में मेला छोड़ना चर्चा का विषय बना हुआ है।