सतारा। महाराष्ट्र के सतारा जिले के विदानी गांव में एक महिला के सड़ चुके शरीर के अंग गन्ने के खेत में मिले हैं। शव के पास गुलाल, नारियल और एक काली गुड़िया जैसी चीजें मिली हैं। शव के टुकड़े के पास मिली विभिन्न वस्तुओं को देखते हुए आशंका जतायी जा रही है कि यह मानव बलि हो सकती है। अंधविश्वास विरोधी संस्था महाराष्ट्र आंध्रश्रद्धा निर्मूलन समिति के संयोजक हामिद दाभोलकर ने सातारा पुलिस से इस बात की जांच करने की मांग की है कि इस मौत में अंधविश्वास का कोई पहलू तो नहीं है।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को प्रदीप जाधव नामक व्यक्ति के खेत में शव के अंग मिले। ऐसी आशंका जतायी जा रही है कि महिला की कहीं और हत्या की गई होगी और बाद में उसका शव खेत में फेंक दिया गया होगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फलटन के ग्रामीणों ने घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। अतिरिक्त एसपी वैशाली कडुस्कर, फलटन डीएसपी राहुल धास और पुलिस निरीक्षक सुनील महादिक सहित सतारा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे।
अभी तक मृतका की पहचान नहीं हो सकी है। शव के टुकड़े को देखकर लगता है कि महिला की हत्या एक सप्ताह पहले की गई होगी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृत महिला का धड़ गायब था। खोपड़ी दो सौ से तीन सौ मीटर दूर एक जलकुंड में मिली थी। शरीर के अन्य अंगों की तलाश कर रहे हैं। चूंकि गन्ने का खेत 9 से 10 एकड़ में फैला हुआ है, इसलिए शरीर के शेष हिस्सों की तलाश करना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।
महाराष्ट्र आंध्रश्रद्धा निर्मूलन समिति के संयोजक हामिद दाभोलकर ने कहा- शरीर के पास मिली विभिन्न वस्तुओं को देखते हुए, लगता है कि यह मानव बलि थी। महाराष्ट्र सरकार ने हर थाने में अंधविश्वास विरोधी सेल स्थापित करने के आदेश जारी किए हैं। हालांकि, कई जिलों में इसका पालन नहीं किया जा रहा है। हर तहसील के पुलिस थानों में अंधविश्वास विरोधी सेल स्थापित किए जाने चाहिए और जादू-टोना विरोधी कानून को प्रभावी ढंग से लागू किया जाना चाहिए। अगर ऐसा किया जाता है तो उम्मीद है कि ऐसी घटनाओं से बचा जा सकेगा।