‘कश्मीर राग’ : कौन हैं स्नेहा दुबे, जिन्होंने UNGA में इमरान खान को दिया करारा जवाब

76वें संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने जलवायु परिवर्तन, इस्लामोफोबिया और कोविड-19 सहित कई मुद्दों पर बात की थी। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा। यह कहते हुए कि पाकिस्तान भारत के साथ शांति चाहता है, खान ने कहा कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति जम्मू-कश्मीर विवाद के समाधान पर निर्भर है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने खुद को आतंकवाद का सबसे बड़ा पीड़ित बताया। इमरान खान इस बार न्यूयॉर्क नहीं आए। उन्होंने पाकिस्तान से ही वर्चुअली संबोधन के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाया। लेकिन हर बार की तरह भारत की ओर से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब मिला। इमरान के भाषण पर राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे (Sneha Dubey) ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है।

क्या कहा भारत ने?

स्नेहा दुबे (Sneha Dubey) ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के आंतरिक मामलों को दुनिया के मंच पर लाने और झूठ फैलाकर प्रतिष्ठित मंच की छवि खराब करने की कोशिश की है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा थे, हैं और रहेंगे। इसमें वे क्षेत्र शामिल हैं जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में हैं। हम पाकिस्तान से अपने अवैध कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करने का आह्वान करते हैं। स्नेहा दुबे ने कहा, 'यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के नेता ने मेरे देश के खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रदान किए गए मंच का दुरुपयोग किया है और अपने देश की दयनीय स्थिति से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए व्यर्थ प्रयास कर रहा है।'

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी खुले आम घूमते हैं, जबकि आम लोगों, विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों पर बर्बरता की जाती है।

भारत की सचिव स्नेहा दुबे ने 9/11 आतंकी हमलों की 20वीं बरसी के बारे में बात करते हुए कहा, 'हमने कुछ दिन पहले 9/11 आतंकी हमलों की 20वीं बरसी पर जान गंवाने वाले लोगों को याद किया। दुनिया नहीं भूली है कि उस कायराना हमले के पीछे का मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान ने शरण दी थी। आज भी पाकिस्तानी नेतृत्व ओसामा को शहीद के रूप में महिमामंडित करता है।'

दुबे ने आगे कहा, 'अफसोस की बात है कि आज भी हमने पाकिस्तान के नेता को आतंक के कृत्यों को सही ठहराने की कोशिश करते हुए सुना। आधुनिक दुनिया में आतंकवाद की इस तरह की सोच अस्वीकार्य है।'

खुद को आतंकवाद का शिकार बताने की पाकिस्तानी बयानबाजी पर उन्होंने कहा, 'ये वो देश है जो खुद को अग्निशामक का वेश बनाकर आगजनी करता है। पाकिस्तान अपने घर में आतंकवादियों को इस उम्मीद में पालता है कि वे केवल पड़ोसियों को नुकसान पहुंचाएंगे। हमारे क्षेत्र और वास्तव में पूरी दुनिया को उनकी नीतियों के कारण नुकसान उठाना पड़ा है। दूसरी ओर, वे अपने देश में सांप्रदायिक हिंसा को आतंकवादी कृत्यों के रूप में छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।'

कौन हैं स्नेहा दुबे

पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान का कच्चा चिट्‌ठा खोलने वाली स्नेहा 2012 बैच की आईएफएस अफसर हैं। उन्होंने पहले प्रयास में ही UPSC में सफलता पाई थी। आईएफएस बनने के बाद उन्हें विदेश मंत्रालय में नियुक्त मिली।

2014 में भारतीय दूतावास मैड्रिड में भेजा गया। वर्तमान में वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव हैं। स्नेहा ने जेएनयू से पढ़ाई की है। उन्होंने यहां से एमए और एफफिल किया है। उनकी शुरुआती शिक्षा गोवा में और फिर पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से ग्रेजुएट किया। उनकी फैमिली में वह पहली सिविल सेवा अफसर हैं।