ट्रंप प्रशासन ने शुक्रवार को बताया कि एच-1बी वीजा धारकों के जीवनसाथियों को दिए जाने वाले एच-4 वीजा को निरस्त करने का काम आखिरी स्टेज पर है। अमेरिका के इस फैसले से करीब 70 हजार भारतीयों पर असर पड़ेगा। इस वीजा पर काम करने वाले लोग ज्यादातर योग्य भारतीय होते हैं। बता दें एच-1 बी वीजा धारकों के स्पाउस को एच-4 वीजा दिया जाता है। डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्युरिटी (डीएचएस) ने बताया एच-4 वीजा को निरस्त करने की प्रक्रिया पर तेजी से काम हो चल रहा है और यह अंतिम पड़ाव पर है।
करीब 1 लाख लोग एच-4 वीजा पर कर रहे काम- ट्रम्प प्रशासन ओबामा सरकार को एच1-बी वीजा के उस नियम को खत्म करने की योजना बना रहा है जिसके तहत एच1बी वीजा होल्डर्स के स्पाउस को अमेरिका में कानूनी तौर पर काम करने की इजाजत मिल जाती है। इस नियम के तहत करीब 1 लाख लोग एच-4 वीजा पर काम कर रहे हैं। इस फैसले के बाद 70 हजार भारतीयों की नौकरी पर तलवार लटकी है, इसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं।
- एच-4 वीजा को खत्म करने के लिए जून में इससे संबंधित औपचारिक आदेश दिए जाने का अनुमान है।
प्रस्ताव पास होने के बाद समीक्षा के लिए भेजेंगे- ट्रम्प प्रशासन ने गुरुवार को कोर्ट में कहा कि एक बार इस प्रपोजल को डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्युरिटी (डीएचएस) से मंजूरी मिलने के बाद इसे रेग्युलेटरी एंड प्लानिंग रिव्यू के वास्ते एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के तहत समीक्षा के लिए ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट को भेजा जाएगा।
ओबामा सरकार ने जारी किए थे नियम- ओबामा सरकार द्वारा 2015 में जारी नियम से परमानेंट रेजिटेंड स्टेटस हासिल करने के इच्छुक एच1बी वीजा होल्डर्स के स्पाउस के लिए वर्क परमिट हासिल करने का रास्ता साफ हुआ था। जिसके बिना वह नौकरी नहीं कर सकते थे।
- हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में एच-4 वीजा पर काम करने वालों में से 93 फीसदी भारतीय लोग हैं।
पलट जाएगा ओबामा सरकार का फैसला- यूएएस सिटीजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेस (यूएससीआईएस) डायरेक्टर फ्रांसिस सिस्ना ने सीनेटर चुक ग्रासले को भेजे लेटर में कहा था कि हमारी नौकरी के लिए पात्र बनाने वाले एच-4 डिपेंडेंट स्पाउसेस को खत्म करने के लिए रेग्युलेटरी बदलावों का प्रस्ताव करने की योजना है, जिससे इसके लिए पात्र बनाने वाला 2015 का नियम पलट जाएगा।
ट्रम्प के इस फैसले के खिलाफ चलाया था अभियान- बीते हफ्ते इंडियन अमेरिकन कांग्रेसवोमेन प्रमिला जयपाल ने दो दलों के 130 सांसदों को साथ ट्रम्प प्रशासन से एच-1 बी वीजा पर आए लोगों के स्पाउस को काम का अधिकार देने के लिए पूरे अमेरिका में अभियान चलाया था।