लखनऊ: गोमती नदी में कूदकर महिला ने दी जान, दो महीने पहले पति ने की थी खुदकुशी; मासूम बच्चे हुए अनाथ

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक बेहद भावुक कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक युवा महिला ने गोमती नदी में छलांग लगाकर अपनी जान दे दी, जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया। यह महिला कोई और नहीं बल्कि कविता निषाद (25) थीं, जिनका शव हजरतगंज कोतवाली क्षेत्र के लक्ष्मण मेला मैदान के पास गोमती नदी में तैरता हुआ पाया गया। मौके पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। इस दुखद घटना के बाद पुलिस गहराई से मामले की जांच में जुट गई है।

tv9 की रिपोर्ट के अनुसार कविता निषाद का परिवार लक्ष्मण मेला मैदान के सामने ही रहता था, जिससे उनकी दिनचर्या और आसपास का माहौल काफी परिचित था। जानकारी के अनुसार, करीब दो महीने पहले कविता के पति महेश निषाद ने भी घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिससे परिवार पहले ही गहरे आघात में था। इस हादसे के बाद कविता ने साहस जुटाकर हजरतगंज थाने में एक रिटायर्ड जज और उनकी पत्नी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज करवाया था।

पति की मौत के बाद टूटी कविता, लेकिन न्याय नहीं मिला

कविता ने दो अप्रैल को FIR दर्ज कराई थी, लेकिन बच्चों और पड़ोसियों का कहना है कि पुलिस ने आरोपियों पर कोई सख्त कदम नहीं उठाया, जिससे कविता और अधिक टूटती गईं। न्याय की उम्मीद में थक चुकी कविता ने आखिरकार खुदकुशी का कदम उठा लिया, जिसने दो मासूमों को अनाथ बना दिया।

दो मासूम अब बेसहारा

महेश और कविता के दो छोटे बच्चे अब पूरी तरह अनाथ हो चुके हैं। जब अस्पताल में कविता का शव लाया गया, तो परिवारवालों ने सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जमकर रोष जताया। हर आंख नम थी और हर दिल में सवाल – आखिर कब मिलेगा पीड़ितों को न्याय?

पुलिस का बयान

हजरतगंज पुलिस ने बताया कि दोपहर करीब 2 बजे सूचना मिली थी कि एक महिला ने गोमती नदी में छलांग लगाई है। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि वह कविता निषाद थीं, जो सिकंदर नगर फेस-02 में अपने भाई के यहां बच्चों के साथ रह रही थीं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कविता लक्ष्मण मेला मैदान के पास गोमती नदी में कूद गई थीं। मौके पर मौजूद लोगों और परिजनों ने उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।