
रूस की राजधानी मॉस्को से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। एक वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स ने 18 महीने के मासूम ईरानी बच्चे को उठाकर ज़ोर से एयरपोर्ट के फर्श पर पटक दिया। यह घटना मॉस्को के एक व्यस्त एयरपोर्ट के आगमन हॉल में हुई।
बच्चे को इस तरह जमीन पर पटकने के बाद वह शख्स खुद को सामान्य दिखाने की कोशिश करता रहा, लेकिन आसपास लगे कैमरों और सुरक्षा कर्मियों की नज़र से वह बच नहीं सका। फौरन उसे पकड़ लिया गया और पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया। वहीं, मासूम बच्चा गंभीर हालत में कोमा में पहुंच गया है और अब उसकी जिंदगी दांव पर है।
युद्ध से जान बचाकर रूस पहुंचे थे मां-बेटारिपोर्ट्स के मुताबिक, यह बच्चा अपनी गर्भवती मां के साथ ईरान में हो रही बमबारी से जान बचाकर रूस आया था। शायद उन्होंने सोचा था कि रूस सुरक्षित होगा, लेकिन किसे पता था कि यहां भी उन्हें इस तरह की क्रूरता का सामना करना पड़ेगा। बच्चे की खोपड़ी और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई हैं और वह अब अस्पताल में ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है।
कब और कैसे हुई यह घटना?वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्चा अपने छोटे ट्रॉली बैग के हैंडल को पकड़े खड़ा था। तभी पीछे से एक व्यक्ति आता है, जिसने सफेद टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने हुए हैं, काले चश्मे को माथे पर चढ़ाया हुआ है और जेब में हाथ डाले हुए है। वह इधर-उधर देखता है और अचानक बच्चे को उठाकर इतनी ताकत से फर्श पर पटक देता है कि वहां मौजूद लोग भी सन्न रह जाते हैं।
मां थी पास में, लेकिन पहुंच नहीं पाईघटना के वक्त बच्चे की गर्भवती मां उसके लिए कुछ सामान लेने गई थीं। इस मौके का फायदा उठाकर उस दरिंदे ने मासूम पर हमला कर दिया। ईरान दूतावास ने अपने बयान में कहा, “हमला पूरी तरह निंदनीय है। पीड़ित परिवार इजरायली हमलों की वजह से रूस आया था, लेकिन यहां उन्हें क्रूरता का शिकार होना पड़ा।”
पहचान सामने आई, जांच जारीहमलावर की पहचान बेलारूस के 31 वर्षीय व्लादिमीर विटकोव के रूप में हुई है। CCTV फुटेज में वह काफी देर तक बच्चे की ओर घूरते और मौके की तलाश करता दिख रहा है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए नस्लीय नफरत या मानसिक बीमारी जैसी संभावनाओं पर भी जांच कर रही है। शुरुआती रिपोर्ट्स में संदेह जताया गया है कि आरोपी नशे की हालत में था।