48 मिनट के भाषण में राहुल ने स्टेज लूटा, अचानक मोदी से गले मिले, संसद के इतिहास में पहली बार दिखा ऐसा नजारा

नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा की कार्यवाही जारी है। अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में सरकार और विपक्ष के बीच आर-पार की लड़ाई होगी। संख्या बल में भारी सरकार ज्यादा से ज्यादा समर्थन जुटाकर विपक्ष की मुहिम को ध्वस्त करने की कोशिश में है, वहीं विपक्ष असंतुष्ट दलों का साथ लेकर सरकार को हराने के लिए कमर कस चुका है। वही लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी आश्चर्य में डाल दिया। 48 मिनट का भाषण खत्म करने के बाद राहुल अपनी जगह से उठकर सत्ता पक्ष की तरफ आए और पहली पंक्ति में बैठे नरेंद्र मोदी को गले लगा लिया। ये देखकर सदन में मौजूद सभी सदस्य आश्चर्यचकित रह गए। मोदी की प्रतिक्रिया भी कुछ ऐसी ही थी। हालांकि, जब राहुल जाने लगे तो मोदी ने उन्हें वापस बुलाया और पीठ भी थपथपाई।

इससे पहले राहुल ने अपने भाषण कई बार ऐसी बातें कहीं, जिससे लोकसभा में ठहाके लगे। एक बार उन्होंने ‘बाहर’ की जगह ‘बार’ शब्द का इस्तेमाल किया। एक बार कह दिया, ‘‘आप लोगों के लिए मैं पप्पू हूं।’’ एक मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री अपनी आंख मेरी आंख में नहीं डाल सकते हैं। राहुल के भाषण के दौरान मोदी और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को भी कई बार मुस्कुराते हुए देखा गया।

राहुल के भाषण की चार दिलचस्प बातें

- मैं भाजपा का आभारी हूं : राहुल ने कहा, ‘‘आप सोचोगे कि मेरे दिल में प्रधानमंत्री के खिलाफ गुस्सा और नफरत है। लेकिन, मैं आपको दिल से कहता हूं कि मैं प्रधानमंत्री, भाजपा और आरएसएस का बहुत आभारी हूं कि इन्होंने मुझे कांग्रेस और हिंदुस्तानी होने का मतलब सिखाया। हिंदुस्तानी होने का ये मतलब है कि चाहे कोई कुछ कह दे, लाठी मार दे, तुम्हारे दिल में उसके लिए प्यार होना चाहिए। आपने मुझे मेरा धर्म सिखाया और हिंदू होने का अर्थ बताया।’’

- सभी को कांग्रेस में बदलूंगा : ‘"आपके अंदर मेरे लिए नफरत है। आपके लिए मैं पप्पू हूं। लेकिन मेरे दिल में आपके लिए कोई क्राेध नहीं है। एक-एक करके मैं आपके अंदर के प्यार को बाहर निकालूंगा। और आप सभी को कांग्रेस में बदलूंगा।’’

- पीएम ने भी राहुल की पीठ थपथपाई : इस बयान के बाद राहुल अपनी सीट से उठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास गए और उनके गले लग गए। इस पर प्रधानमंत्री भी आश्चर्य में आ गए और इशारों में राहुल के अचानक आने का औचित्य पूछा। राहुल जाने लगे तो मोदी ने आवाज देकर राहुल को रोका। राहुल पलटे तो उनसे हाथ मिलाया और मुस्कुराते हुए राहुल की पीठ थपथपाई। इसके बाद राहुल सदन के पूरे वेल में नमस्कार करते हुए घूमे। फिर अपनी सीट पर चले गए। इसके बाद राहुल ने कहा- हिंदू होने का ये मतलब (गले लगना) होता है। हालांकि, लोकसभा स्पीकर ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि राहुलजी, हाउस के कुछ नियम होते हैं।

- भाजपा के कई सांसदों ने मुझे बधाई दी : ‘‘अभी जब मैं बाहर गया तो आपके (भाजपा के) कई संसद सदस्यों ने मुझसे कहा कि अाप बहुत अच्छे बोले। ये अकाली दल की नेता मुझे मुस्कराकर मुझे देख रही थीं।'' राहुल के इस बयान अौर उनके मोदी से गले लगने के बाद अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा- ये संसद है, मुन्ना भाई का पप्पी-झप्पी एरिया नहीं है।

राहुल के मोदी सरकार पर चार आरोप


- रक्षा मंत्री ने झूठ बोला : राहुल ने कहा, ‘यहां रक्षा मंत्री बैठी हैं। उन्होंने कहा था कि वे देश को राफेल हवाई जहाज का दाम बताएंगी। लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि करार के चलते वे दाम नहीं बता सकतीं। हालांकि, फ्रांस के राष्ट्रपति ने मुझे बताया कि ऐसा कोई करार भारत-फ्रांस के बीच नहीं है जो कहे कि आप हवाई जहाज के दाम नहीं बता सकते। नरेंद्र मोदी के दबाव में आकर निर्मला सीतारमण ने देश से झूठ बोला।’’ राहुल के बाद लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ और कार्यवाही एक बार स्थगित कर दी गई।

- पीएम ने सिर्फ जुमले दिए : कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का जुमला नंबर-1 था- हर व्यक्ति के बैंक खाते में 15 लाख रुपए आएंगे। जुमला नंबर-2 - दो करोड़ युवाओं को रोजगार मिलेगा। लेकिन हकीकत ये है कि सिर्फ चार लाख लोगों को रोजगार मिला। चीन 50 हजार युवाओं को 24 घंटे में रोजगार देता है। आप 400 युवाओं को ही 24 घंटे में रोजगार दे पाते हैं। ये सच्चाई है आपके जुमलों की।’’

- कारोबारियों से क्या रिश्ता है : ‘‘प्रधानमंत्री का कुछ कारोबारियों के साथ क्या रिश्ता है? प्रधानमंत्री की मार्केटिंग के लिए जो पैसा लगाया जाता है, वह कहां से आता है, ये सभी को पता है। ऐसे कारोबारियों को हजारों करोड़ रुपए का फायदा मिलता है। प्रधानमंत्री मुस्कुरा रहे हैं। अब वे मेरी आंखों में आंख डालकर नहीं देखेंगे, क्योंकि वे जानते हैं कि मैं सच बोल रहा हूं।’’

- प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता : राहुल ने कहा, ‘‘क्या दलित-आदिवासी हिंदुस्तान के नहीं हैं? उन पर अत्याचार होता है तो प्रधानमंत्री के मुंह से एक भी शब्द नहीं बोलते। उल्टा उनके मंत्री हमलावरों पर जाकर हार पहनाते हैं। किसी न किसी हिंदुस्तानी को दबाया जा रहा है। यह हमला सिर्फ उस व्यक्ति पर नहीं, बल्कि अंबेडकर जी और इस सदन पर हो रहा है।’’