मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामला : मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के एक और शेल्टर होम से भारी मात्रा में कंडोम और शराब की बोतलें बरामद

बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित एक बालिका गृह यौन शोषण मामले का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के एक और शेल्टर होम को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है। मुजफ्फरपुर पुलिस को ब्रजेश ठाकुर के स्वाधार गृह से भारी मात्रा में कंडोम और शराब की बोतलें मिली है। ये आपत्तिनजक सामान शेल्टर होम की छत से बरामद की गई है। बता दे, मुजफ्फरपुर बालिका गृह में में बच्चियों से रेप का शर्मनाक मामला सामने आने के बाद एक और शेल्टर होम से संदिग्ध खबरें आई थीं। जिसके बाद इस स्वाधार गृह पर आज पुलिस ने छापेमारी की। इस मौके पर महिला थाना की थानाअध्यक्ष ज्योति कुमारी भी मौजूद थीं।

फिलहाल वहां स्वाधार गृह पर भारी संख्या में पुलिस मौजूद है और पूरे परिसर की तलाशी कर रही है। जानकारी के मुताबिक एफएसएल की 6 सदस्यीय टीम मौके पर पहुंच कर चार कमरों को तोड़ा तो ये सारी चीजें बरामद हुईं।

बीते 9 जून को सरकार के आदेश पर स्वधार में रहने वाली 16 महिलाओं को बेगूसराय शिफ्ट कर दिया गया था। जब्त कागजात की समीक्षा से यह पता चला था कि यहां से 11 महिलाएं गायब हैं। इससे पहले, ब्रजेश ठाकुर के संरक्षण में चलने वाले मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह से 34 लड़कियों से दुष्कर्म की पुष्टि हो चुकी है। यह पूरा मामला तब प्रकाश में आया, जब टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) की ऑडिट रिपोर्ट सामने आई। 31 मई को बिहार सरकार को सौंपी गई। इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कैसे इन बालिका गृह में छोटी-छोटी बच्चियों का शोषण किया जाता रहा है।

टीआईएसएस ने 7 महीनों तक 38 जिलों के 110 संस्थानों का सर्वेक्षण किया। इस सर्वेक्षण में एक और चौंकाने वाला तथ्य यह है कि शोषण की शिकार हुई सभी बच्चियां 18 साल से कम उम्र की हैं। इनमें भी ज्यादातर की उम्र 13 से 14 साल के बीच है। इस रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में हुए यौन उत्पीड़न में बाल कल्याण समिति के सदस्य और संगठन के प्रमुख भी बच्चियों के शोषण में शामिल थे

ब्रजेश ठाकुर तीन अखबारों का है मालिक

बालिका गृह यौन शोषण मामले का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में प्रकाशित होने वाले तीन अखबारों का मालिक भी है। उस पर इन अखबारों की कुछ प्रतियां छपवाकर उस पर बड़ा-बड़ा सरकारी विज्ञापन पाने में कामयाब होने के आरोप हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ब्रजेश तीन अखबारों मुजफ्फरपुर से प्रकाशित एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र प्रात: कमल, पटना से प्रकाशित एक अंग्रेजी अखबार न्यूज नेक्स्ट और समस्तीपुर जिला से उर्दू में प्रकाशित एक अखबार हालात-ए-बिहार से प्रत्यक्ष या परोक्ष से जुड़ा हुआ है। मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि ब्रजेश के स्वामित्व वाले हिंदी दैनिक की 300 से अधिक प्रतियां प्रकाशित नहीं होती हैं, लेकिन प्रतिदिन इसके 60,862 प्रतियां बिक्री दिखाया गया था, जिसके आधार पर उसे बिहार सरकार से प्रति वर्ष करीब 30 लाख रुपये के विज्ञापन मिलते थे।