मां ने नाबालिग बेटी को कुल्हाड़ी से काटा, हत्या के आरोप से बचने के लिए दर्ज करवाई अपहरण की रिपोर्ट

कौशांबी। यूपी के कौशांबी नगर में एक माँ ने अपनी बेटी के अपहरण का मामला पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया। इस मामले की जाँच में जुटी पुलिस को मामला अपहरण का न लगकर हत्या का लगा। पुलिस जाँच में ग्रामीणों ने सूचना दी कि उन्होंने एक खेत के कुंए में लड़की की लाश देखी है। सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव की शिनाख्त अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाने वाली शिवपति से करवाई जिसने लाश अपनी बेटी की होना बताया। इसके बाद पुलिस ने केस में अपहरण के साथ-साथ हत्या (धारा 302) का मामला भी दर्ज कर लिया।

कुछ सबूतों के आधार पर शिवपति को बेटी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ ही उसकी मदद करने वाली दूसरी बेटी को भी पकड़ लिया गया। पुलिस के अनुसार, बहू मीरा अभी फरार है उसकी तलाश की जा रही है।

एसपी ने आगे कहा कि शिवपति की निशानदेही के बाद हत्या में इस्तेमाल किए गए कुल्हाड़ी और रॉड बरामद कर लिए गए हैं। इसके अलावा वह बोरा भी बरामद कर लिया गया है जिसका इस्तेमाल शव को छिपाने के लिए किया गया था।

दरअसल, बेटी एक लड़के के साथ रिश्ते में थी। यह बात मां को पसंद नहीं थी। वह बेटी को रिश्ता खत्म करने के लिए कहती थी मगर वह नहीं मानी। इसके बाद मां ने उसे जान से मारने की योजना बनाई। इसमें उसने अपनी दूसरी बेटी और बहू का साथ लिया। फिलहाल आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है।

मामले में एसपी ब्रिजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अपनी 15 साल की बेटी की कथित तौर पर कुल्हाड़ी से हत्या करने और फिर उसका लाश को ठिकाने लगाने के बाद आरोपी महिला शिवपति ने मंझनपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी बेटी का अपहरण कर लिया गया है। उसने इस वारदात को अंजाम देने में अपनी दूसरी बेटी की मदद ली थी।

हत्या कर दर्ज करवाई बेटी की मिसिंग एफआईआर

जानकारी के अनुसार, शिवपति ने 14 अक्टूबर को पुलिस को सूचना दी कि उसकी बेटी दो अक्टूबर को किसी काम से खेत में गई थी। तब से घर नहीं लौटी है। एसपी ने कहा कि उसकी शिकायत के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।

26 अक्टूबर को ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि उन्होंने तेजवापुर गांव के बाहर खेत के कुएं में एक लड़की की लाश देखी है। पुलिस ने आगे कहा कि शिवपति ने शव की पहचान अपनी बेटी के रूप में की। जिसके बाद मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या की सजा) जोड़ी गई।

आरोपी मां ने कहा बेटी को रिश्ता खत्म करने के लिए कहा था

आरोपी महिला ने पूछताछ में बताया कि उसने अपनी बेटी को गांव के लड़के के साथ रिश्ता खत्म करने के लिए कहा था मगर वह नहीं मानी। आरोपी शिवपति ने कबूल किया कि दो अक्टूबर की आधी रात को उसने उसकी दूसरी बेटी और बहू मीरा के साथ मिलकर कुल्हाड़ी और डंडे से हमला कर कथित तौर पर पीड़िता की हत्या कर दी। एसपी ने कहा कि हत्या के बाद उन्होंने शव को बोरे में भर दिया और अपने गांव के बाहर एक खेत के कुएं में फेंक दिया। आरोपी ने आगे कहा कि पुलिस से बचने के लिए उसने बेटी के अपहरण का मामला दर्ज कराया था। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।

राजस्थान और मध्यप्रदेश में हुई हैं ऐसी घटनाएँ

गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान के अजमेर के श्रीनगर में 26 अप्रैल को एक माँ ने अपनी बेटी के फोन पर किसी लड़के से बातचीत करने पर अपने बेटे के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। वहीं मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के में एक निर्दयी मां ने अपनी 13 साल की बेटी को कुल्हाड़ी से मारकर मौत के घाट उतार दिया। जिस वक्त महिला ने यह अपराध किया उस वक्त घर पर माँ बेटी ही थे।