प्रयागराज महाकुंभ में संतों और महात्माओं के पंडालों में धर्म और अध्यात्म की गंगा बहती है, लेकिन इस बार देशभक्ति का एक अनोखा रंग भी देखने को मिला है। सेक्टर 18 का एक पंडाल पूरी तरह से देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों और उनके परिवारों को समर्पित किया गया है। इस पंडाल में धर्म ध्वजा की जगह तिरंगा शान से लहराता है। यहां मुंबई के 26/11 हमलों, पुलवामा और कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर सपूतों की तस्वीरें पूरे पंडाल में लगाई गई हैं। श्रद्धालु यहां आकर न केवल देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत हो रहे हैं, बल्कि शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त करने का अवसर भी पा रहे हैं।
शहीदों की आत्मा की शांति के लिए 108 हवन कुंडपंडाल में शहीदों की आत्मा की शांति के लिए विशेष 108 कुंडों की यज्ञशाला बनाई गई है। यज्ञशाला के संचालन के लिए काशी से 108 वैदिक ब्राह्मणों को बुलाया गया है। यहां प्रवेश से पहले सभी को राष्ट्रगान गाने के लिए प्रेरित किया जाता है। यज्ञशाला के चारों ओर शहीदों की बड़ी तस्वीरें और उनके नाम लगाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को उनके बलिदान की याद दिलाते हैं। इतना ही नहीं पंडाल में लगभग 150 शहीदों के परिवारों को बुलाकर उनका सम्मान किया जाएगा। उनके ठहरने के लिए विशेष कुटिया बनाई गई हैं। इसके साथ ही शहीदों पर आधारित एक चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें उनके जीवन, योगदान और बलिदान की जानकारी दी गई है।
तिरंगे के रंग में पंडालइस पंडाल की सजावट पूरी तरह से तिरंगे के रंग में की गई है। बिजली के बल्ब भी तिरंगे के तीन रंगों में लगाए गए हैं। बाबा बालक योगेश्वर दास जी महाराज, जो इस पंडाल के आयोजक हैं, का कहना है कि कुंभ मेले के माध्यम से वह शहीदों के परिवारों को यह संदेश देना चाहते हैं कि देश अपने जांबाज सिपाहियों को हमेशा याद रखेगा।
श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्रयह पंडाल महाकुंभ में श्रद्धालुओं के बीच खास आकर्षण का केंद्र बन गया है। यहां आने वाले लोग न केवल देशभक्ति के माहौल में डूब जाते हैं, बल्कि शहीदों और सैनिकों के बलिदान से प्रेरणा भी लेते हैं। श्रद्धालु बाबा बालक योगेश्वर दास के इस प्रयास की भरपूर सराहना कर रहे हैं। महाकुंभ में जहां धर्म और अध्यात्म के विविध रूप देखने को मिलते हैं, वहीं शहीदों के प्रति सम्मान और देशभक्ति का यह रंग अनूठा और प्रेरणादायक है। बाबा बालक योगेश्वर दास जी की यह पहल देशवासियों के दिलों में देशप्रेम की भावना को और मजबूत कर रही है।