ब्रिक्स में बोले मोदी: जी-20 में हम ग्लोबल साउथ को अहमियत देना चाहते हैं

नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स समिट की शुरुआत हो गई है। इस दौरान ब्रिक्स देशों के सभी नेता लावरोव सैंड्टन कन्वेंशन सेंटर में हाथ पकड़कर तस्वीर खिंचवाते नजर आए। बैठक की शुरुआत साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के बयान के साथ हुई।

समिट में अपने शुरुआती भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हम विकास यात्रा में सहयोग कर सकते हैं। ब्रिक्स के सभी देशों को साझा प्रयास करना चाहिए। ट्रेडिशनल मेडिसिन की दिशा में ब्रिक्स देशों को सहयोग करना चाहिए। यह समय की जरूरत भी है। वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर के लिए हम सभी देशों के साथ काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री के भाषण की अहम बातें

ब्रिक्स देशों को मिलकर ये कोशिश करनी चाहिए कि अफ्रीकी यूनियन को भी G20 में शामिल किया जाए। हम चाहते हैं कि ब्रिक्स का विस्तार किया जाए। इसमें और देशों को शामिल किया जाए। ट्रेडिशनल मेडिसिन के क्षेत्र में बिग कैट अलायंस बनाने की जरूरत है। इस बात की खुशी है कि ग्लोबल साउथ के देशों को ब्रिक्स में अहमियत दी जा रही है। इसका श्रेय साउथ अफ्रीका को है। जी-20 में भी हम ग्लोबल साउथ को अहमियत देना चाहते हैं। 2016 में हमने सभी को साथ लेकर चलने का सुझाव दिया था। हम सभी ब्रिक्स पार्टनर के साथ मिलकर सार्थक योगदान देते रहेंगे।

ओपनिंग सेशन के बाद सभी देशों के नेता बयान जारी करेंगे। समिट के बाद BRICS लीडर्स एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे। इससे पहले साउथ अफ्रीका दौरे के दूसरे दिन मोदी ने साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति रामफोसा से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई।

मंगलवार को 15वीं BRICS समिट के तहत बिजनेस फोरम इवेंट आयोजित हुआ। हालांकि, इसमें चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग शामिल नहीं हुए। फोरम में चीन के प्रतिनिधि ने कहा- जिनपिंग ने ब्रिक्स के विस्तार की बात कही है, जिससे इंटरनेशनल बॉर्डर को और मजबूत किया जा सके। चीन हर जगह अपने दबदबे की चाहत नहीं रखता है। ये हमारे DNA में नहीं है।

जिनपिंग बोले- ब्रिक्स हर हाल में विकास करेगा

चीन ने कहा- हमारी ग्लोबल पावर बनने की रेस में शामिल होने की कोई इच्छा नहीं है और न ही हम गुटबाजी करना चाहते हैं। शी जिनपिंग ने मैसेज भेजा है कि हर तरह की बाधाओं के बीच भी ब्रिक्स हमेशा विकास करता रहेगा। उन्होंने कहा कि चीन इतिहास के सही तरफ खड़ा है। जिनपिंग ने कहा- इस वक्त समय, दुनिया और इतिहास में कुछ ऐसे बदलाव हो रहे हैं, जो पहले कभी नहीं हुए और ये समाज को एक नए मोड़ पर पहुंचा रहे हैं।

वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन समिट में शामिल होने के लिए जोहान्सबर्ग नहीं पहुंचे हैं। हालांकि वो वर्चुअली हिस्सा ले सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार दोपहर जोहान्सबर्ग पहुंचे थे। यहां उनका स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया। उन्हें रिसीव करने के लिए साउथ अफ्रीका के उपराष्ट्रपति पॉल शिपोकोसा मैशाटाइल वाटरक्लूफ एयरबेस पहुंचे।

मोदी ने कहा- डिजिटल ट्रांजैक्शन में अव्वल भारत

बिजनेस फोरम में 3 मिनट के भाषण में मोदी ने कहा- डिजिटल ट्रांजैक्शन के मामले में भारत अव्वल है। ब्रिक्स देशों को इकोनॉमिक फ्रंट पर सहयोग करना होगा। भारत बहुत जल्द 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बन जाएगा और हम वर्ल्ड का ग्रोथ इंजन बन जाएंगे। भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में जबरदस्त सुधार किए हैं। मैं ब्रिक्स देशों के इनवेस्टर्स को भारत में निवेश का न्योता देता हूं।