'बीजेपी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जैसा ही दलित चाहिए' : उदित राज

हाल ही में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए उदित राज ने पटना में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधते हुए राष्ट्रपति पद की गरिमा का ख्याल नहीं रखते हुए कहा कि बीजेपी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जैसा ही दलित चाहिए। इतना ही नहीं, उन्होंने राष्ट्रपति पर भी आरोप लगाया और कहा कि दलित होने के बावजूद उन्होंने दलितों के लिए कोई काम नहीं किया। मीडिया से बात करते हुए उदित राज ने कहा "मैं गूंगा-बहरा नहीं बना, जो बीजेपी के शीर्ष नेताओं को बर्दाश्त नहीं हुआ। उनके आंतरिक सर्वे में भी जिताऊ सांसद बनने के बावजूद मेरा टिकट उत्तर पश्चिम दिल्ली से काट दिया गया।" उन्होंने आरोप लगाया, "बीजेपी सरकार ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया। दलितों के बारे में बोलने के कारण मुझे बाहर कर दिया गया। तीन वर्षों में 500 से ज्यादा न्यायाधीशों की नियुक्ति हुई है, परंतु इसमें नहीं के बराबर दलितों को जगह दी गई। इसके अलावा भी कई पदों की बहाली हुई, पर दलितों को कोई जगह नहीं मिली।"

उदित राज ने शिक्षा को लेकर बिहार सरकार पर निशना साधते हुए कहा, "बिहार में करीब 75 हजार स्कूल हैं और छात्रों के नामांकन के अनुपात में उपस्थिति मात्र 28 प्रतिशत रहती है। आखिर बिहार में शिक्षा की ऐसी स्थिति क्यों है?"

उन्होंने बिहार सरकार को दलित विरोधी बताते हुए कहा कि बिहार सरकार में करीब डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार न खाली पदों को भर रही है और न हीं खाली पदों का ब्योरा जारी कर रही है।