'कब्र' वाले बयान पर गिरिराज सिंह को चुनाव आयोग का नोटिस

एक जनसभा रैली में मुस्लिम समुदाय को लेकर दिए विवादित बयान को लेकर बेगूसराय से BJP उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है। दरअसल इसी बयान को लेकर गिरिराज सिंह पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला 25 अप्रैल को दर्ज हुआ था। गिरिराज सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने मंच से मुस्लिम समुदाय के लोगों को चेतावनी दी थी कि अगर कब्र के लिए तीन हाथ जगह चाहिए तो इस देश में वंदेमातरम गाना होगा और भारत माता की जय कहना होगा। इसके बाद जिलाधिकारी ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कराया था और इसकी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भी भेजी गई थी।

गिरिराज सिंह ने क्या कहा था


24 अप्रैल को बेगूसराय की रैली में गिरिराज सिंह ने कहा था, 'आरजेडी के उम्मीदवार दरभंगा में कहते हैं कि वंदे मातरम मैं नहीं बोलूंगा। बेगूसराय में भी कुछ लोग आकर बड़े भाई का कुर्ता और छोटे भाई का पायजामा पहनकर भ्रमण कर रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि जो वंदे मातरम नहीं गा सकता, जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता वो इस बात को याद रखें कि अरे गिरिराज के नाना-दादा सिमरिया घाट में गंगा नदी के किनारे मरे, उस भूमि पर कोई कब्र नहीं बनाया लेकिन तुम्हें तो तीन हाथ जगह चाहिए। तुम ऐसा नहीं कर पाओगे तो देश तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा।'

गिरिराज सिंह ने बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान अन्य बातों की चर्चा करने के अलावा कहा कि कुछ लोग बिहार की धरती को रक्तरंजित करना चाहते हैं, सांप्रदायिक आग फैलाना चाह रहे हैं, लेकिन BJP जब तक है न बिहार में ऐसा होगा और न बेगूसराय की धरती पर वे ऐसा होने देंगे।

उसके बाद गिरिराज ने राष्ट्रीय जनता दल के दरभंगा से उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दिकी के एक तथाकथित वक्‍तव्‍य की चर्चा करते हुए कहा था कि 'RJD के उम्मीदवार दरभंगा में कहते हैं कि वंदे मातरम मैं नहीं बोलूंगा। बेगूसराय में भी कुछ लोग आकर बड़े भाई का कुरता और छोटे भाई का पायजामा पहनकर भ्रमण कर रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि जो वंदे मातरम नहीं गा सकता, जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता वो इस बात को याद रखें कि अरे गिरिराज के नाना-दादा सिमरिया घाट में गंगा नदी के किनारे मरे, उसी भूमि पर कोई कब्र नहीं बनाया लेकिन तुम्हें तो तीन हाथ जगह चाहिए। तुम ऐसा नहीं कर पाओगे तो देश तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा।' इसके बाद गिरिराज ने अपना भाषण ख़त्म कर दिया लेकिन निश्चित रूप से भाषण का यह अंश चौंकाने वाला था। हालांकि जानकारों का मानना है कि गिरिराज इस बार जब नीतीश कुमार के साथ मंच पर होते हैं तब वे सबका साथ सबका विकास और सांप्रदायिक सद्भाव कायम रखने की बातें करते हैं लेकिन जब वे अपने मंच पर और अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने बोल रहे होते हैं तो मुस्लिम समुदाय के लोगों को निशाने पर रखने से नहीं चूकते।