कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन लगाना जरूरी : कोविड-19 टास्‍क फोर्स

कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। हर दिन कोरोना के नए मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। शनिवार की बात करे तो पिछले 24 घंटे में 3 लाख 92 हजार 459 नए मरीज मिले, 3,684 लोगों की जान भी चली गई। इसके साथ ही 3 लाख 8 हजार 522 लोग ठीक होकर घर लौटे। इससे पहले शुक्रवार को रिकॉर्ड 4 लाख 1 हजार 911 नए संक्रमितों की पहचान हुई। यह दुनिया के किसी भी देश में एक दिन में मिले संक्रमितों की सबसे बड़ी संख्या थी। मौत के आंकड़ों की बात करें, तो दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें भी भारत में हो रही हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड-19 टास्‍क फोर्स के सदस्‍यों ने केंद्र सरकार से राष्‍ट्रीय लॉकडाउन लगाए जाने की अपील की है। कोविड -19 टास्क फोर्स पिछले कुछ हफ्तों से इस बात को बहुत आक्रामक तरीके से कहने की कोशिश कर रहा है। एक सदस्य ने कहा कि हमें देश के शीर्ष पदों पर बैठे लोगों को बताना होगा कि हमारे पास लॉकडाउन के अलावा कोई विकल्‍प नहीं बचा है।

कोविड-19 टास्‍क फोर्स के मुताबिक कोरोना तेजी से अपना रूप बदल रहा है, जिसके कारण कोरोना पर काबू पाना मुश्किल हो गया है। टास्‍क फोर्स ने जोर देते हुए कहा है कि अगर इसी तरह कोरोना के मामले बढ़ते रहे तो देश का स्‍वास्‍थ्‍य ढांचा पूरी तरह से टूट जाएगा। कोविड-19 टास्क फोर्स में एम्स और आईसीएमआर जैसे प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इन अधिकारियों की कई बार बैठक हो चुकी है। इस बैठक में जो भी बात रखी जाती है उसकी जानकारी टास्क फोर्स के अध्यक्ष वी के पॉल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाते हैं।

बता दें कि देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अप्रैल को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में साफ तौर पर कहा था कि हम सब लोगों को मिलकर लॉकडाउन से बचने का प्रयास करना चाहिए। उन्‍होंने कहा था कि लॉकडाउन केवल 'अंतिम उपाय' के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए। बता दें कि जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी ने देश का संबोधित किया था, उस दिन देश में 2,59,170 नए मामले और 1,761 नई मौतें दर्ज की थीं।