हिंदी दिवस 2018 : झलकाता है राष्ट्रीय भाषा का महत्व, करवाता है गर्व की अनुभूति

14 सितंबर का दिन भारत में हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह वही दिन है जब भारत की संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी भाषा को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया। इसलिए ही इसे हिन्दी दिवस के तौर पर मनाया जाता हैं। यह दिन हमारी राष्ट्रीय भाषा हिन्दी के महत्व को दर्शाता हैं और सभी को गौरवान्वित महसूस करवाता हैं।

कई स्कूल, कॉलेज और कार्यालय इस दिन को बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। उत्सव मनाने के लिए इन जगहों को सजाया जाता है और लोग भारतीय जातीय परिधान पहनते हैं। कई लोग हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के महत्व के बारे में बात करने के लिए आगे आते हैं। विद्यालय हिंदी वाद-विवाद, कविता और कहानी कहने वाली प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मेजबानी करते हैं।

यह वह दिन है जब हिंदी भाषा के महत्व पर जोर दिया जाता है जो कि देश में अपना महत्व खोते जा रही है जहां अंग्रेजी बोलने वाली आबादी को समझदार माना जाता है। यह देखना बहुत दुखदायी है कि कैसे नौकरी के साक्षात्कार के दौरान जो लोग अंग्रेजी बोलते हैं उन्हें दूसरों पर वरीयता दी जाती है। यह स्पष्ट रूप से पता चलता है कि साक्षात्कार लेने वाला दूसरे सभी कौशल और हुनर को दरकिनार करते हुए केवल अंग्रेजी के ज्ञान को प्राथमिकता देता है। यह इस पक्षपाती दृष्टिकोण को दूर करने का समय है।

हमारी राष्ट्रीय भाषा के साथ ही हमारी संस्कृति के महत्व पर जोर देने के लिए हिंदी दिवस एक महान कदम है।