जनता ने भुला दिया कोरोना का कहर, मनाली-शिमला में होटल फुल; बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के सड़कों पर घूम रहे लोग

देश अभी कोरोना की दूसरी लहर से निकला है और विशेषज्ञों ने तीसरी लहरी की तैयारी के लिए सलाह दी है कि कहीं भी भीड़ इकट्ठा न होने दें। लेकिन हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों आलम कुछ और ही है। यहां, हज़ारों की संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की खबरे सामने आ रही हैं। हिमाचल प्रदेश में पहुंचे टूरिस्टों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कोरोना काल में भीड़ लगाने पर इन लोगों की खूब आलोचना की जा रही है। दरअसल, उत्तर भारत में चल रही लू के बीच लोगों का सैलाब भीषण गर्मी से बचने के लिए शिमला, कुफरी, नारकंडा, डलहौजी, मनाली, लाहौल और दूसरे पहाड़ी इलाकों में पहुंच गया है।

मनाली, शिमला पहुंचे लोगों में कोरोना का कोई डर ही नहीं दिखता। पहाड़ी इलाकों में बिना मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग के लोग बहुत ही आराम से टहलते हुए दिखाई दिए। ऐसा लगता है कि दूसरी लहर की मचाई तबाही लोग इतनी जल्दी भूल गए हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियोज और फोटोज की भरमार है जिनमें पर्यटक सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन कर मनाली और शिमला जैसी जगहों पर घूमते नज़र आ रहे हैं। मनाली की सड़कों पर बेफिक्र चलते लोगों में कोरोना वायरस का कोई डर नहीं हैं। इन वायरल होते वीडियोज को देखने के बाद ऐसे लोगों की खूब आलोचना की जा रही है और साथ ही राज्य सरकार की तैयारियों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, मनाली और शिमला में तो बीते वीकेंड पर सभी होटल फुल हो गए थे और पंजाब, यूपी, दिल्ली और हरियाणा से आने वाले पर्यटकों को सड़क पर रात गुजारनी पड़ी थी। इस तस्वीरों के वायरल होने के बाद राज्य सरकार की तैयारियों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

पर्यटकों की इतनी भारी संख्या में पहुंचने के पीछे एक कारण यह भी है कि राज्यों ने प्रवेश के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट और ई-पास जरूरी होने की निर्णय वापस ले लिया क्योंकि वहां की आबादी बहुत हद तक पर्यटन पर ही निर्भर करती है।

पर्यटन विभाग के निदेश अमित कश्यप ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया 'जून में COVID-19 प्रतिबंधों में दी गई ढील के बाद, हमें राज्य में अब तक लगभग 6 से 7 लाख पर्यटक मिले हैं। देश के उत्तरी हिस्से में लू के कारण पर्यटकों की आमद बढ़ गई है।'

हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र राज्य की जीडीपी में 7% का योगदान देता है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन तस्वीरों को देखकर लोग इनकी व्यवहार की निंदा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि ये दूसरों की जान भी जोखिम डाल रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मनाली में भीड़ को प्रतिशोध के साथ पर्यटन कहा और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों से महामारी के बीच राज्य में जल्दबाजी न करने का आग्रह किया। पुलिस अधिकारी हिमांशु मिश्रा ने ट्वीट कर बताया कि वीकेंड में 10,000 से ज्यादा वाहन परवाणू को पार कर शिमला की ओर बढ़ गए। होटल, होम स्टे सभी क्षमता के साथ शिमला और किन्नौर के दूरदराज के कोनों में फुल भरे हुए हैं।