#VIDEO जब प्रेस कॉन्‍फ्रेंस शुरू होने से पहले मुस्कराते हुए राहुल गाँधी ने पत्रकारों से पूछा, आपका मूड कैसा है...

नोटबंदी पर जारी किए गए आरबीआई के आंकड़े के बाद मोदी सरक्रार विपश के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी Congress President Rahul Gandhi ने नोटबंदी के मुद्दे पर फिर एक बार भाजपा को घेरा है। राहुल गांधी ने नोटबंदी के बाद आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों का हवाला देकर एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि नोटबंदी जानबूझकर गरीबों के पैर में मारी गई कुल्हाड़ी थी। राहुल ने कहा कि पीएम ने अपने 15-20 उद्योगपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए देश के युवाओं, महिलाओं, किसानों और छोटे व्यवसायियों की जेब से पैसा निकाल उन्हें दे दिया। राहुल ने कहा कि राफेल डील पर जेटली उनसे सवाल पूछ रहे हैं जबकि संयुक्त संसदीय समिति बनाने पर चुप हैं। इस प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने मीडियाकर्मियों से पूछा कि क्या वे स्वतंत्र होकर लिख रहे हैं या दबाव महसूस कर रहे हैं।

दरहसल, प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की शुरुआत में मुस्कराते हुए राहुल ने संवाददाताओं से पूछा, "आप कैसे हैं, आपका मूड कैसा है? क्या आप इन दिनों स्वतंत्र रूप से लिख रहे हैं या कोई दबाव है...? " मुख्य रूप से नोटबंदी के मसले पर बातचीत के लिए आए राहुल ने मसले पर बोलने से पहले मुस्कराते हुए कहा, "देश का सामान्य मूड ऐसा है कि लोग खुलकर बोलने से थोड़े भयभीत हैं। प्रेस वाले भी थोड़ा झिझक के साथ काम करते हैं, लेकिन आपको हमारी ओर से पूरा समर्थन है।"

राहुल ने पूछा, नोटबंदी की चोट क्यों लगाई?

- राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी के दौरान पीएम ने घोषणा की थी कि कालाधन, टेरर फंडिंग और जाली नोट की समस्या का अंत हो जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
- राहुल ने कहा, 'मैं हिंदुस्तान के युवाओं, छोटे व्यवसायियों को बताना चाहता हूं कि पीएम ने नोटबंदी क्यों की। उनके सबसे बड़े 15-20 उद्योगपतियों के पास नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स थे। नरेंद्र मोदी ने देश की जनता का पैसा लेकर सीधा हिंदुस्तान के सबसे बड़े क्रोनी कैपटलिस्ट की जेब में डाला।'

'नोटबंदी गलती नहीं, ये जानबूझकर गरीबों पर मारी गई कुल्हाड़ी'

- राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी बड़े व्यवसायियों को रास्ता देने का तरीका थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी गलती से नहीं की। उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया।
- हिंदुस्तान के उन उद्योगपतियों जिन्होंने उन्हें मार्केटिंग के लिए पैसा दिया, उनको फायदा पहुंचाने के लिए किया। अरुण जेटली और पीएम मोदी ने मिलकर देश की इकॉनमी को बर्बाद कर दिया।'

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'राफेल का मामला बिल्कुल स्पष्ट है। अनिल अंबानी ने हवाई जहाज कभी नहीं बनाया। वह 45 हजार करोड़ के कर्ज में हैं। उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट मिलने से कुछ दिन पहले ही कंपनी खोली। दूसरी तरफ एचएएल जो 70 सालों से हवाई जहाज बना रही है। कोई कर्जा नहीं है। पहला सवाल जो हवाई जहाज 520 करोड़ का था उसे 1,600 करोड़ रुपये में किसे फायदा पहुंचाने के लिए किया। पूरा देश जानना चाहता है कि अनिल अंबानी और मोदी ने क्या डील की है।'

विपक्ष का आरोप है कि नरेंद्र मोदी सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में बाधा उत्पन्न कर रही है और अघोषित आपातकाल की स्थिति उत्पन्न कर दी है जहां प्रेस पर प्रतिबंध है। राहुल गाँधी ने कहा, ‘नोटबंदी के समय मोदी जी के मित्रों ने कालेधन को सफेद में बदलने का काम किया। गुजरात का सहकारी बैंक इसका उदाहरण है। अमित शाह जिस बैंक में निदेशक हैं उसमें 700 करोड़ रुपये जमा किए गए। इसलिए यह नोटबंदी बड़ा घोटाला था।’

राहुल ने कहा कि मोदी ने सही बात कही थी कि 70 साल में जो कोई नहीं कर पाया, उसे वो करेंगे। आज यह बात सही साबित हुई। जो पिछले 70 साल में किसी ने नहीं किया वो उन्होंने कर दिखाया और भारत की अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दीं। मोदी जी को यह जवाब देना है कि उन्होंने आम लोगों से पैसे छीनकर 15-20 सबसे बड़े क्रोनी कैप्टलिस्ट को क्यों दिया।