10वीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पर सवाल उठ रहे हैं। इस बीच पेपर लीक की वजहों को लेकर नई खबर सामने आई है। अब ऐसी खबर है कि इन विषयों की परीक्षाओं का एलान शुक्रवार को सकता है। ऐसा कहा जा रहा है शनिवार और रविवार की छुट्टी होने की वजह से यह फैसला लिया जा सकता है। बता दे, पेपर लीक होने की वजह से देशभर में 10वीं के मेथ्स और 12वीं के इकोनॉमिक्स पेपर को रद्द कर दिया गया था।
इस मामले में अब तक 18 स्टूडेंट्स और पांच कोचिंग सेंटर संचालकों सहित 60 लोगों से पूछताछ की गई है। लेकिन अभी तक पुलिस को पेपर लीक करने वाले असली आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है। वहीं, झारखंड के चतरा में भी छह छात्रों और कोचिंग संचालकों को हिरासत में लिया गया। छात्रों का आरोप है कि सभी पेपर्स लीक हुए हैं और ये 200 रु से लेकर 30 हजार रु. तक में बिके हैं।
देशभर में स्टूडेंट्स ने किया प्रदर्शन- पेपर लीक होने की वजह से 10वीं और 12वीं के दो पेपर रद्द करने के फैसले के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। दिल्ली में गुरुवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने दावा किया कि सीबीएसई के सभी पेपर लीक हुए थे और दो-दो हजार रुपए में बिके। वहीं, पुलिस सूत्रों का दावा है कि पेपर 200 रु से लेकर 30 हजार रु. तक में बिके हैं।
- इस बीच, दिल्ली पुलिस ने करीब 15 जगह छापेमारी की। द्वारका, रोहिणी, राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेटरों पर पेपर लीक होने के सबूत तलाशे गए। 18 स्टूडेंट्स और पांच कोचिंग सेंटर संचालकों सहित 25 लोगों से पूछताछ की गई।
वॉट्सएप पर लीक हुआ सीबीएसई का पेपर स्पेशल कमिश्नर के मुताबिक सीबीएसई का पेपर वॉट्सएप पर लीक हुआ। उन्होंने कहा कि इस पूरे नेटवर्क पर पर्दा उठाने के लिए हमारी टीम दिल्ली और आसपास के इलाकों में छापेमारी कर रही है। हमने कुछ लोगों को जीरो इन किया है। पेपर लीक मामले के पूरे लिंक को जोड़ने के लिए साइबर अपराध से जुड़ी तकनीकी टीम कुछ नबर और कंप्यूटर्स के आईपी एड्रेस का पता लगा रही है, जिनके पास लीक पेपर पहले से मौजूद था।
25 लोगों से हुई पूछताछ, 40 मोबाइल नंबर स्कैनसीबीएसई पेपर लीक मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की टीम ने अबतक 25 लोगों से हुई पूछताछ के बाद 40 ऐसे संदिग्ध मोबाइल नंबर स्कैन किए हैं, जिन पर 12वीं औ 10वीं कक्षा के लीक पेपर भेजे गए थे। मामले की जांच में जुटी पुलिस अब इन नंबरों की जांच के आधार पर पेपर लीक नेटवर्क से जुड़े लोगों का पर्दाफाश करेगी। सूत्रों की मानें तो इन नंबरों में ही छात्रों, कोचिंग सेंटर से जुड़े लोगों, बिचौलियों इस नेटवर्क से जुड़े शिक्षा दलालों का राज छिपा है। इसकी पूरी गहनता के साथ क्राइम ब्रांच जांच कर रही है।
पेपर लीक मामले को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम ने पंजाबी बाग, मिंयावली, नरेला, बदापुर समेत पश्चिमी दिल्ली के करीब दर्जनों इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी की, जबकि पड़ोसी जनपदों में करीब 10 से ज्यादा इलाकों में छापेमारी कर पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में ले लिया है।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का दावा- जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने दावा किया कि सीबीएसई का सिर्फ मैथ्स और इकोनॉमिक्स नहीं, बल्कि सभी पेपर लीक हुए थे। इसके पीछे सीबीएसई अधिकारियों का हाथ होने का भी दावा किया गया।
- 12वीं के राहुल ने कहा, "परीक्षा से पहले सभी पेपर उपलब्ध थे। कुछ दोस्तों ने दो-दो हजार रु. में खरीदने का ऑफर दिया था। परीक्षा में बिल्कुल वही पेपर आया, जो ग्रुप्स में सर्कुलेट हो रहा था। ऐसे में पूरी परीक्षा ही दोबारा लेनी चाहिए।"
- सेंट थॉमस स्कूल की 10वीं की छात्रा भाविका यादव ने कहा, "परीक्षा से पहले अगर किसी ने पेपर लीक कर दिया तो सजा हम क्यों भुगतें?"
- छात्रों ने कहा कि पूरे मामले के लिए सीबीएसई ही जिम्मेदार है। विरोध कर रहे छात्रों ने ‘हमारी जिंदगी से खिलवाड़ बंद करो’ और ‘छात्रों को नहीं, बल्कि सिस्टम को रिटेस्ट करने की जरूरत है’ लिखी तख्तियां थाम रखी थीं।