ये 4 योगासन दिला सकतें है आपको लीवर की हर समस्या से छुटकारा

लीवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसका काम हमारे शरीर में वसा का पाचन करना तथा आंतों के हानिकारक कीटाणुओं का खात्मा करना होता है। स्वस्थ शरीर के लिए लीवर का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। कुछ बुरी आदतों की वजह से आपका लिवर खराब हो सकता है। जैसे शराब ज्यादा पीना, धूम्रपान करना आदि। इसके अलावा ज्यादा नमक और खट्टा खाने से भी लिवर की समस्या हो सकती हैं। अगर आप अपना लीवर स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आपको नियमित व्यायाम भी करना चाहिए। आज हम आपको योग के कुछ ऐसे आसनों के बारे में बताने वाले हैं जिनका नियमित अभ्यास आपको लीवर की हर समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार हो सकता है। आइये जानते हैं इन आसन के बारे में।

# कपालभाति प्राणायाम : इसे करने के लिए सबसे पहले आप सिद्धासन, पदमासन या वज्रासन में बैठ जाएं। इसके बाद गहरी सांस लें और इसे नाक से निकालें। एक बार सांस लेने की क्रिया पांच से दस सेकेंड के बीच होनी चाहिए। इसमें सबसे ज्यादा ध्यान आपको सांस निकालने पर देना है। इस योग को रोजाना पंद्रह मिनट के लिए करें। इसे करने से लीवर की कार्यक्षमता सुधरती है।

# नौकासन : ये सबसे आसान आसन होता है। इसे करने का तरीका भी काफी आसान है। इसे करने के लिए शवासन की मुद्रा में लेटना होता है। फिर एड़ी और पंजे को मिलाएं और दोनों हाथों को कमर से सटा लें। अपनी हथेली और गर्दन को जमीन पर सीधा रखें। इसके बाद दोनों पैरों, गर्दन और हाथों को धीरे-धीरे उठाएं। आखिर में अपना वजन हिप्स डाल दें। करीब 30 सेकेंड तक ऐसे ही रहें। और धीरे-धीरे शवासन अवस्था में लेट जाएं।

# धनुरासन : जिन्हें फैटी लिवर की समस्या है उनके लिए ये आसन बहुत उपयोगी है। इस आसन में आपको उल्टा लेटकर अपने पैरों को पकड़ना होता है। आप जितनी देर तक आराम से इस आसन को कर सकते हैं तब तक करते रहिए। जितना हो सके इस आसन को दोहराएं।

# गोमुख आसन
: ये आसन आपके लिवर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। ये आसन लिवर सिरोसिस के लिए बेहतर माना जाता है। लिवर सिरोसिस में संक्रमित व्यक्ति का लिवर अपने आप सिकुड़ता रहता है और कठोर हो जाता है।