वर्तमान समय की लाइफस्टाइल में देखा जा रहा हैं कि लोग कई बीमारियों से जूझ रहे हैं। इन्हीं में से आबादी का एक बड़ा तबका दिल की बीमारियों का खतरा झेल रहा हैं। इससे बचाव के लिए लोग अपना खानपान सेहतमंद और दिनचर्या में व्यायाम को जरूर शामिल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना गर्म पानी से नहाना भी दिल की बीमारियों का खतरा कम कर सकता हैं। यह जापानी शोध तीस हजार से ज्यादा लोगों पर की गई हैं जिनका नहाने का तरीका 1990 से 2009 के बीच देखा गया था। जर्नल हार्ट में नतीजों की घोषणा करते हुए वैज्ञानिकों ने यह भी कहा कि गर्म पानी के साथ नियमित रूप से नहाने वालों को हाइपरटेंशन की आशंका कम थी, जबकि यह विभिन्न विकारों की आशंका को भी कम कर सकता है।
शोध के अध्ययन ने 30 हजार से अधिक लोगों की नहाने की आदतों को दिखाया और यह सुझाव दिया कि आदतन टब बाथ मध्यम आयु वर्ग के लोगों में हृदय रोग (सीवीडी) के कम जोखिम से जुड़ा था। शोध में पाया गया कि जो लोग गर्म पानी से नहा रहे थे, उनमें ब्लड सर्कुलेशन बेहतर था। उसी समय, ठंडे पानी से नहाने वाले लोगों की तुलना में उनके शरीर का ब्लड प्रेशर बेहतर तरीके से संतुलित था। यह दिल से संबंधित बीमारियों से बचने का एक प्रभावी तरीका भी हो सकता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक गर्म पानी से नहाना दौड़ने, व्यायाम करने के नतीजों से जुड़ा है। हालांकि, वैज्ञानिक मानते हैं कि गर्म पानी से नहाना दिल से जुड़े विकारों की आवृत्ति को परिभाषित करने वाला एकमात्र हिस्सा नहीं हो सकता है। उन्होंने पाया कि गर्म पानी से नहाने वाले लोग अन्य स्वास्थ्य संबंधी आदतों में शामिल होने के लिए कम इच्छुक थे। हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्म पानी से नहाने से कुछ जोखिम भी जुड़े थे।
इस अध्ययन की शुरुआत में 43,000 प्रतिभागियों ने अपने नहाने की आदतों से जुड़े सवालों के जवाब दिए, जिसमें व्यायाम, आहार, शराब का सेवन, बीएमआई आदि भी शामिल थे। अध्ययन की अवधि के दौरान दो हजार से ज्यादा प्रतिभागियों में दिल से जुड़ी बीमारियां सामने आई। इसमें 275 हार्ट अटैक के मामले थे। 53 मामले ऐसे थे जिसमें दिल की बीमारी के कारण मौतें हुई थी। वहीं 1769 स्ट्रोक से जुड़े थे। अध्ययन में पाया गया कि रोजाना गर्म पानी से नहाने से दिल से जुड़ी बीमारियों को जोखिम 28 प्रतिशत कम और स्ट्रोक का जोखिम 26 प्रतिशत कम हुआ। वैसे गर्म पानी से नहाने से नींद भी अच्छी आती है।