जीका वायरस बना रहा है अपना शिकार, इस तरह करें इससे बचाव

वर्तमान समय में वातावरण में बढ़ते प्रदूषण और गन्दगी के कारण ऐसी कई बीमारियाँ फैलने लगी हैं जो असाध्य हैं और उनसे होने वाला नुकसान आपकी जान भी ले सकता हैं। ऐसा ही एक है जीका वायरस जिसने अपना आतंक सभी ओर फैला रखा हैं। यह वायरस मच्छर से फैलता हैं। नवजात से लेकर हर उम्र के व्यक्ति को इस जीका वायरस ने अपना शिकार बनाया हैं। इस पीड़ित व्यक्ति को पूरे जीवनभर विशेष देखभाल की जरूरत पड़ती हैं। इससे बचाव में ही भलाई हैं। इसलिए अज हम आपके लिए जीका वायरस से बचने के उपाय लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

* मच्छरों की रोकथाम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, मच्छरों की रोकथाम जीका वायरस के इंफेक्शन को रोकने का सबसे अच्छा उपाय है। मच्छरों से बचने वाली क्रीम या मच्छरदानी का उपयोग करें। अपने घर के आसपास मच्छरों के प्रजनन को न पनपने दें। झाडियों और गंदगी को साफ रखें और गड्ढों, कूलर, बाल्टी, गमले, छत, नाली में पानी न जमा होने दें।

* शरीर को ढककर रखें

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, जीका वायरस मच्छरों के काटने से होता है, इसलिए मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढककर रखें और हल्के रंग के कपड़े पहनें और बच्चों के प्रति विशेष सावधानी बरतें।

* स्वयं चिकित्सा न करें

बुखार, जोड़ों में दर्द, गले में खराश, आंखें लाल होने जैसे लक्षण नजर आने पर स्वयं चिकित्सा न करें और न ही घरेलू चिकित्सा को करके अपना समय नष्ट करें। शरीर में दर्द की शिकायत पर भी पैरासिटामॉल (Paracetamol) या एसिटीमिनोफेन (Acetaminophen) लें, इबूप्रोफेन (जैसे कि डिस्प्रिन Disprin) बिल्कुल न लें।

* डॉक्टर से संपर्क करें

जीका वायरस के मरीज को पूरी तरह से बेड रेस्ट करना चाहिए। साथ ही व्यक्ति को अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थ दें। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, स्थिति में सुधार नहीं होने पर जितनी जल्दी हो सके, डॉक्टर से सम्पर्क करें।